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कर्नाटक: बाघिन और चार शावकों की मौत के मामले में दो वन अधिकारियों को छुट्टी पर भेजा गया, गाय के मालिक सहित तीन गिरफ्तार

by kishanchaubey
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कर्नाटक: कर्नाटक सरकार ने महादेश्वर हिल्स वन्यजीव अभयारण्य में एक बाघिन और उसके चार शावकों की मौत के मामले में गंभीर लापरवाही बरतने के आरोप में उप वन संरक्षक (डीसीएफ) और सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) को छुट्टी पर भेज दिया है।

कर्नाटक वन विभाग के अनुसार, इन अधिकारियों ने बाघिन और उसके शावकों के शव सड़क से मात्र 100 मीटर की दूरी पर दो दिनों तक पड़े रहने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की।

वन विभाग ने बताया कि 26 जून को चामराजनगर जिले के हुग्यम वन क्षेत्र में बाघिन और उसके चार शावकों के शव मिले थे। जांच में पता चला कि इन सभी ने दो दिन पहले बाघिन द्वारा मारी गई एक गाय को खाया था, जिसके शव पर गाय के मालिक और उसके दो सहयोगियों ने फोरेट युक्त कीटनाशक छिड़का था।

इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुई, जिसमें पशु चिकित्सकों ने निष्कर्ष निकाला कि कीटनाशक इतना घातक था कि बाघिन और उसके शावक शिकार खाने के कुछ घंटों बाद ही मर गए।

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गाय के मालिक और उसके सहयोगियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।वन विभाग के आधिकारिक बयान के अनुसार, बाघों के शव उस स्थान से मात्र 800 मीटर दूर थे, जहाँ एक शिकार विरोधी शिविर स्थापित था।

इसके बावजूद अधिकारियों ने वन्यजीवों की सुरक्षा में लापरवाही बरती। विभाग ने यह भी बताया कि पिछले तीन महीनों से फ्रंटलाइन आउटसोर्स कर्मचारियों का वेतन और भत्ता नहीं दिया गया, जिसके कारण गश्ती कार्य प्रभावित हुआ।

इस लापरवाही के लिए प्रथम दृष्टया डीसीएफ और एसीएफ को जिम्मेदार ठहराया गया है, और उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं।

इसके अतिरिक्त, चामराजनगर जिले के मुख्य वन संरक्षक द्वारा उप-क्षेत्रीय वन अधिकारी, सर्वेक्षक, और गश्ती कर्मचारियों के खिलाफ अलग से कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने वन्यजीव संरक्षण में स्थानीय स्तर पर गश्त और निगरानी की कमियों को उजागर किया है।

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