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साइकिल चलाने से भूलने की बीमारी का खतरा कम होता है

by kishanchaubey
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शोधकर्ताओं ने पाया है कि साइकिल चलाना न केवल शारीरिक व्यायाम का एक बेहतरीन साधन है, बल्कि यह मस्तिष्क की सक्रियता को बनाए रखने और डिमेंशिया जैसे गंभीर रोगों के जोखिम को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नियमित रूप से साइकिल चलाने से न सिर्फ रास्तों को पहचानने की क्षमता विकसित होती है, बल्कि मस्तिष्क का वह हिस्सा भी मजबूत होता है जो याददाश्त और सीखने की प्रक्रिया में सहायक होता है।

एक हालिया अध्ययन के अनुसार, जो लोग अपने कार्यस्थल या रोजमर्रा के काम-धंधे के लिए साइकिल का उपयोग करते हैं, वे अन्य लोगों की तुलना में अधिक स्वस्थ रहते हैं। इस अध्ययन में पाया गया कि साइकिल से यात्रा करने वाले लोगों में मृत्यु दर में 13 फीसदी की कमी देखी गई। शारीरिक गतिविधि और स्वास्थ्य लाभ के कारण इन लोगों की आयु भी अपेक्षाकृत लंबी होती है।

डिमेंशिया के जोखिम में कमी

अध्ययन में तीन प्रकार के डिमेंशिया—अल्जाइमर, युवा उम्र में होने वाला डिमेंशिया, और बुजुर्गों में होने वाला डिमेंशिया—का विश्लेषण किया गया। नतीजों से पता चला कि साइकिल चलाने वालों में इन सभी प्रकार के डिमेंशिया का खतरा कम था। वैज्ञानिकों ने यह भी देखा कि जिन लोगों में APOE ε4 नामक जेनेटिक वेरिएंट नहीं था, उन्हें साइकिलिंग से अधिक फायदा मिला। हालांकि, जिनमें यह वेरिएंट मौजूद था, उन्हें भी लाभ हुआ, लेकिन यह अपेक्षाकृत कम था।

मस्तिष्क पर साइकिलिंग का प्रभाव

शोध में यह बात सामने आई कि नियमित रूप से साइकिल चलाने वालों में डिमेंशिया का जोखिम पैदल चलने, बस से यात्रा करने, या कार चलाने वालों की तुलना में काफी कम था। इसके अलावा, साइकिल चालकों के मस्तिष्क के “हिप्पोकैम्पस” हिस्से का आकार भी बेहतर पाया गया। हिप्पोकैम्पस मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो याददाश्त और नई चीजें सीखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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पिछले शोधों में भी यह बात सामने आ चुकी है कि नियमित व्यायाम और रास्तों को पहचानने जैसे कार्य (जैसे टैक्सी या एम्बुलेंस चलाना) डिमेंशिया की शुरुआत को धीमा कर सकते हैं। साइकिल चलाना इन दोनों का एक संयोजन है, जो इसे और भी प्रभावी बनाता है।

अंतरराष्ट्रीय शोध और निष्कर्ष

चीन के कई मेडिकल संस्थानों और ऑस्ट्रेलिया के दो विशेषज्ञों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने इस अध्ययन को अंजाम दिया। उनके अनुसार, बुजुर्गों के लिए साइकिल चलाना यात्रा का सबसे फायदेमंद तरीका है, जो डिमेंशिया के जोखिम को कम करता है। यह अध्ययन जामा नेटवर्क ओपन नामक प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

वैज्ञानिकों ने इस शोध के लिए यूके बायोबैंक के लगभग 4.8 लाख लोगों के स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ों का विश्लेषण किया। 13 वर्षों की अवधि में इन लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी की गई और यह देखा गया कि विभिन्न यात्रा के तरीकों का डिमेंशिया की दरों पर क्या प्रभाव पड़ता है। अध्ययन में शामिल लोगों की औसत आयु 56.5 वर्ष थी, और ये लोग शुरुआत में स्वस्थ थे, जिनमें डिमेंशिया के कोई लक्षण नहीं थे।

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