World Obesity Day 2025: हर साल 4 मार्च को विश्व मोटापा दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य मोटापे को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाना, इससे जुड़ी गलत धारणाओं को दूर करना और इसके प्रभावी उपचार पर ध्यान केंद्रित करना है।
मोटापा क्यों है एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, मोटापा कई गैर-संचारी रोगों (NCDs) का प्रमुख कारण बन सकता है। इनमें टाइप-2 डायबिटीज, हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां शामिल हैं।
विश्व मोटापा दिवस 2025 की थीम
इस साल विश्व मोटापा दिवस 2025 की थीम ‘प्रणाली को बदलना, स्वस्थ जीवन’ रखी गई है। यह दर्शाता है कि मोटापे से निपटने के लिए सिर्फ व्यक्तिगत प्रयास ही नहीं, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य प्रणाली में बदलाव की जरूरत है।
चौंकाने वाला लैंसेट अध्ययन: दुनिया में मोटापे की बढ़ती समस्या
लैंसेट द्वारा किए गए हालिया अध्ययन के अनुसार, दुनिया की आधे से ज्यादा मोटी आबादी सिर्फ 8 देशों में निवास करती है।
दुनिया में मोटापे की मौजूदा स्थिति:
- 2.11 अरब वयस्क (25 वर्ष या उससे अधिक उम्र के) अधिक वजन या मोटापे के शिकार हैं।
- 5 से 24 वर्ष के बीच के 49.3 करोड़ बच्चे और युवा भी मोटापे की चपेट में हैं।
- 1990 में यह आंकड़ा 73.1 करोड़ वयस्क और 19.8 करोड़ बच्चे था।
- मोटापे की दर 1990 के बाद से दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है।
मोटापे से प्रभावित शीर्ष 8 देश
लैंसेट अध्ययन के अनुसार, दुनिया के सबसे अधिक मोटे लोग इन 8 देशों में रहते हैं:
- चीन – 40.2 करोड़
- भारत – 18 करोड़
- अमेरिका – 17.2 करोड़
- ब्राजील – 8.8 करोड़
- रूस – 7.1 करोड़
- मैक्सिको – 5.8 करोड़
- इंडोनेशिया – 5.2 करोड़
- मिस्र – 4.1 करोड़
विशेष रूप से अमेरिका की 34.6 करोड़ जनसंख्या में से 49.71% लोग अधिक वजन वाले या मोटे हैं। वहीं, भारत की 1.45 अरब जनसंख्या में से 12.41% लोग मोटापे से पीड़ित हैं।
मोटापा क्यों बढ़ रहा है?
मोटापा बढ़ने के कई कारण हैं, जिनमें शामिल हैं:
- अस्वस्थ आहार – फास्ट फूड, जंक फूड और अधिक कैलोरी युक्त भोजन
- शारीरिक गतिविधि की कमी – व्यायाम और शारीरिक परिश्रम की कमी
- तनाव और खराब लाइफस्टाइल – नींद की कमी और मानसिक तनाव
- पर्यावरणीय और सामाजिक कारक – सुविधाजनक जीवनशैली और टेक्नोलॉजी पर निर्भरता
- आनुवंशिक कारण – परिवार में मोटापे की प्रवृत्ति
मोटापा कम करने के लिए प्रभावी समाधान
- स्वस्थ आहार अपनाएं – फाइबर, प्रोटीन और कम वसा वाले भोजन को प्राथमिकता दें।
- नियमित व्यायाम करें – रोजाना कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी करें।
- तनाव प्रबंधन करें – मेडिटेशन, योग और अच्छी नींद का पालन करें।
- चीनी और प्रोसेस्ड फूड से बचें – अधिक मीठे और डिब्बाबंद भोजन से दूरी बनाएं।
- पानी अधिक पिएं – दिनभर में 8-10 गिलास पानी पीने की आदत डालें।
मोटापा एक वैश्विक महामारी
WHO के अनुसार, 1975 से अब तक मोटापा चार गुना बढ़ चुका है। बच्चों और किशोरों में यह वृद्धि पांच गुना हो गई है। यह न केवल विकसित देशों बल्कि विकासशील देशों में भी तेजी से बढ़ रहा है।