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5 मई को क्यों मनाया जाता है विश्व हाथ स्वच्छता दिवस, जानिए

by kishanchaubey
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World Hand Hygiene Day

World Hand Hygiene Day: हर साल 5 मई को विश्व हाथ स्वच्छता दिवस मनाया जाता है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक महत्वपूर्ण पहल है। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों से लेकर आम जनता तक सभी को स्वच्छ हाथों की अहमियत के बारे में जागरूक करना है, जो संक्रमणों को रोकने और जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

वर्ष 2025 में यह अभियान नई थीम “यह दस्ताने हो सकते हैं, यह हमेशा हाथ की स्वच्छता है” के साथ आज की स्वच्छता चुनौतियों पर केंद्रित है।

यह थीम चिकित्सा क्षेत्र में दस्तानों के उपयोग के बावजूद हाथ की स्वच्छता के महत्व को रेखांकित करती है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दस्ताने 100% सुरक्षा प्रदान नहीं करते और आसानी से दूषित हो सकते हैं। इसलिए, दस्ताने हटाने के बाद डब्ल्यूएचओ के “फाइव मोमेंट्स फॉर हैंड हाइजीन” के अनुसार तुरंत हाथ साफ करना जरूरी है।

चाहे दस्ताने पहने हों या नहीं, सही समय पर और सही तरीके से हाथ साफ करना स्वास्थ्य सेवा में मरीजों और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपायों में से एक है।

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हाथ की स्वच्छता क्यों जरूरी है?
हाथ की स्वच्छता को संक्रमणों के खिलाफ पहली रक्षा पंक्ति माना जाता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, साबुन से हाथ धोने से डायरिया संबंधी बीमारियों में 50% और सांस के संक्रमण में 20% तक की कमी आ सकती है।

स्वास्थ्य सेवा में यह एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी बैक्टीरिया और अस्पतालों में होने वाले संक्रमणों को रोकने में मदद करती है। महामारी के बाद की दुनिया में, उभरते संक्रामक रोगों और एंटीबायोटिक प्रतिरोध के खतरे के बीच, हाथ धोना सबसे किफायती और प्रभावी उपायों में से एक है।

हाथ धोने का सही तरीका
साबुन और पानी से हाथ धोना कीटाणुओं से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा तरीका है। हाथों को गीला करने के बाद, साबुन लगाएं और कम से कम 20 सेकंड तक नाखूनों, उंगलियों के बीच और हाथों की पूरी सतह को रगड़ें।

इसके बाद, साफ बहते पानी से धोकर सुखाएं। यदि साबुन और पानी उपलब्ध न हों, तो कम से कम 60% अल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।

2025 का अभियान और भविष्य की योजनाएं
2025 का अभियान दस्तानों और हाथ स्वच्छता के बीच संतुलन पर जोर देता है, खासकर स्वास्थ्य सेवा में। डब्ल्यूएचओ का लक्ष्य है कि 2026 तक सभी अस्पतालों में हाथ स्वच्छता अनुपालन निगरानी और फीडबैक को राष्ट्रीय संकेतक के रूप में स्थापित किया जाए। वर्तमान में 68% देशों ने इस दिशा में प्रगति की है।

इसके अलावा, 2024-2030 के लिए डब्ल्यूएचओ का फ्रेमवर्क फॉर एक्शन जलवायु और स्वास्थ्य से जुड़ी देखभाल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छता, कचरा प्रबंधन और बिजली सेवाओं पर ध्यान देता है।

एलर्जी और मौसमी स्वास्थ्य समस्याओं में स्वच्छता की भूमिका
गर्मियों में हवा से फैलने वाली एलर्जी के कारण आंखों में खुजली और पानी आना आम है। गंदे हाथ इन समस्याओं को बढ़ा सकते हैं या आंखों में संक्रमण पैदा कर सकते हैं। नियमित रूप से हाथ धोना न केवल महामारी के दौरान, बल्कि मौसमी स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव में भी महत्वपूर्ण है।

विश्व हाथ स्वच्छता दिवस 2025 न केवल स्वच्छता के महत्व को दोहराता है, बल्कि इसे एक वैश्विक स्वास्थ्य प्राथमिकता के रूप में स्थापित करने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान भी करता है। आइए, इस अभियान में शामिल होकर स्वच्छ हाथों के साथ स्वस्थ भविष्य की ओर कदम बढ़ाएं।

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