environmentalstory

Home » एयर पॉल्‍यूशन से निपटने के लिए क्या है दिल्ली सरकार का विंटर एक्‍शन प्‍लान?

एयर पॉल्‍यूशन से निपटने के लिए क्या है दिल्ली सरकार का विंटर एक्‍शन प्‍लान?

by kishanchaubey
0 comment

दिल्ली में हर साल की तरह सर्दियों के आते ही प्रदूषण की समस्या सामने आने लगती है. दिल्ली और आसपास के इलाकों में ठंड के मौसम में वायु प्रदूषण स्थिति काफी गंभीर हो जाती है. दिल्‍ली में AQI (Air Quality index) का लेवल काफी खतरनाक कैटेगरी में चला जाता है. इसी कारण दिल्ली सरकार ने एयर पॉल्‍यूशन से निपटने के लिए विंटर एक्‍शन प्‍लान जारी किया है. इसके तहत 21 फोकस प्‍वाइंट पर खास ध्‍यान रखा जाएगा.

इसके लिए कुल मिलाकर 948 टीमों का गठन किया गया है, जो प्रद्रूषण से जुड़ी विभिन्‍न गतिविधियों पर नजर रखेगी और उस पर जरूरत के अनुसार रिपोर्ट सौंपकर कार्रवाई की सिफारिश करेगी.

दिल्ली सचिवालय में आज विंटर एक्शन प्लान पर 24×7 नजर रखने और ग्राउंड पर एक्टिविटी के मैनेजमेन्ट के लिए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ग्रीन वॉर रूम लॉन्च किया है. दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए कई एजेंसियां काम करेंगी और उनके आपस में कोऑर्डिनेशन के लिए भी ग्रीन वार रूम स्थापित किया गया है. ग्रीन वॉर रूम में मॉनिटरिंग के लिए 8 सदस्यीय टीम को तैनात किया गया है. 8 सदस्यों की इस टीम का नेतृत्व पर्यावरण वैज्ञानिक डॉ नंदिता मोइत्रा करेंगी.

ग्रीन वॉर रूम से की जाएगी मॉनिटरिंग

banner
  1. ड्रोन मैपिंग की निगरानी
  2. रियल टाईम सोर्स एपसोर्समेंट स्टडी
  3. पराली जलाने और खुले में कचरा जलाने से संबंधित नासा सैटेलाइट डेटा
  4. ग्रीन एप पर आई शिकायतें
  5. 13 हॉटस्पाट स्टेशन का डेटा
  6. 24 मॉनिटरिंग स्टेशन के डाटा का विशलेषण
  7. AQI(Air Quality Index)

इसके अलावा ग्रीन वॉर रूम में प्रदूषण से संबंधित वजहों का विश्लेषण करने के लिए पर्यावरण इंजीनियर को भी तैनात किया गया है. यह टीम प्राथमिक प्रदूषण के स्तर, प्रदूषण पर अंकुश लगाने के उपायों और ग्रीन दिल्ली एप से मिली शिकायतों के निवारण की निगरानी करेगी. ग्रीन वॉर रूम से पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने संबंधित सैटेलाइट डेटा का भी विश्लेषण किया जाएगा.

You may also like