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भारत में मौसम का मिश्रित मिजाज, पहाड़ों से मैदानों तक बारिश, आंधी और लू का भी अलर्ट

by kishanchaubey
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज सुबह जारी अपने पूर्वानुमान में देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम के मिश्रित रुख की जानकारी दी है। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में तीव्र पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बारिश, आंधी, ओलावृष्टि और बिजली गिरने की संभावना है, जबकि मैदानी इलाकों में लू और गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा। पूर्वोत्तर, पूर्वी और दक्षिण भारत में भी बारिश और तूफानी हवाओं का दौर रहेगा।

पश्चिमी हिमालय में भारी बारिश और ओलावृष्टि का अनुमान

आईएमडी के अनुसार, 17 से 20 अप्रैल तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में तीव्र पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा। इस दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश (70 मिमी या अधिक) होने की संभावना है। 18 और 19 अप्रैल को इन क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं, बिजली गिरने और ओलावृष्टि के आसार हैं। उत्तराखंड में भी इस दौरान बारिश और तूफानी हवाओं की संभावना जताई गई है।

उत्तर-पश्चिम भारत में आंधी और बारिश

18 से 20 अप्रैल के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के कई इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ बारिश और बिजली गिरने की आशंका है। आज, 17 अप्रैल को पूर्वी राजस्थान में धूल भरी आंधी और गरज के साथ छिटपुट बारिश हो सकती है।

पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में भारी बारिश का अलर्ट

पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में मौसमी गतिविधियां तेज रहेंगी। आईएमडी के मुताबिक, ऊपरी हवाओं में चक्रवाती प्रसार और ट्रफ लाइनों के प्रभाव से अगले पांच दिनों तक आंधी-तूफान, बारिश और बिजली गिरने का दौर जारी रहेगा। आज, 17 अप्रैल को बिहार, असम और मेघालय में भारी बारिश (70 मिमी या अधिक) की संभावना है। 17 और 18 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय इलाकों और बिहार में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भी 17-18 अप्रैल को वज्रपात और तूफानी हवाओं के साथ बारिश का अनुमान है।

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दक्षिण भारत में हल्की से मध्यम बारिश

दक्षिण भारत में अगले पांच दिनों तक तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, तेलंगाना और कर्नाटक में बिजली गिरने और तूफानी हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। केरल और माहे में 17 से 19 अप्रैल तक आंधी-तूफान के साथ बारिश और वज्रपात के आसार हैं।

तापमान में उतार-चढ़ाव और लू का प्रकोप

आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी, जिसके बाद 2-3 डिग्री की कमी आ सकती है। मध्य भारत में अगले चार दिनों में तापमान 2-3 डिग्री बढ़ेगा, जबकि महाराष्ट्र में अगले छह दिनों में 2-3 डिग्री की वृद्धि संभव है। 16 अप्रैल को पश्चिम राजस्थान के जैसलमेर में अधिकतम तापमान 46.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि झारखंड के रांची में न्यूनतम तापमान 17.9 डिग्री सेल्सियस रहा।

17 और 18 अप्रैल को पश्चिमी राजस्थान में लू और कुछ हिस्सों में भीषण लू की आशंका है। पूर्वी राजस्थान (17-19 अप्रैल) और गुजरात (17 अप्रैल) में भी गर्म हवाएं चलेंगी। गुजरात, केरल, माहे, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में 17 से 20 अप्रैल तक गर्म और उमस भरा मौसम रहेगा। राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 17-18 अप्रैल को रात का मौसम भी गर्म रहने की संभावना है।

कल कहां हुई बारिश?

16 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में बारिश या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गईं। तमिलनाडु के नुंगमबक्कम में 5 सेमी, मीनंबक्कम में 3 सेमी, मिजोरम के लेंगपुई में 3 सेमी, शिलांग में 2 सेमी और त्रिपुरा के अगरतला में 2 सेमी बारिश हुई।

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