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Western Disturbance: भारत में मौसमी बदलावों के लिए पश्चिमी विक्षोभ जिम्मेदार है। वर्तमान में यह विक्षोभ 5.8 किमी की ऊंचाई पर ट्रफ के रूप में सक्रिय है। इसके प्रभाव से:
- राजस्थान और पाकिस्तान के समीप निचले स्तरों पर चक्रवाती प्रसार बना हुआ है।
- एक और पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी स्तरों में सक्रिय हो गया है।
बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान
- पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र:
- 21 जनवरी तक कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और बर्फबारी होगी।
- 22 और 23 जनवरी को बारिश और हिमपात तेज हो सकता है।
- उत्तर भारत:
- 22 और 23 जनवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
- दक्षिण भारत:
- तमिलनाडु और पुडुचेरी: उत्तर-पूर्वी हवाओं के कारण तटीय इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और वज्रपात हो सकता है।
तापमान में बदलाव
- न्यूनतम तापमान:
- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख: शून्य डिग्री सेल्सियस।
- हिमाचल प्रदेश और पंजाब: 2-5 डिग्री सेल्सियस।
- उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत: 6-12 डिग्री सेल्सियस।
- पूर्व और पश्चिम भारत: 12-16 डिग्री सेल्सियस।
- अधिकतम तापमान:
- तटीय कर्नाटक के होनावर: 36.5 डिग्री सेल्सियस।
- पंजाब के अमृतसर: 4.8 डिग्री सेल्सियस (न्यूनतम)।
- पिछले 24 घंटे में बदलाव:
- पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, ओडिशा में 1-3 डिग्री की गिरावट।
- पश्चिमी मध्य प्रदेश, राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ में 3-6 डिग्री की वृद्धि।
- अगले तीन दिन:
- उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री बढ़ने की संभावना।
कोहरे का प्रभाव और दृश्यता में कमी
21 जनवरी तक पूर्वोत्तर भारत के असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में घने कोहरे का असर रहेगा।
- आज सुबह दृश्यता:
- ओडिशा के पारादीप में 0 मीटर।
- दिल्ली (सफदरजंग): 200 मीटर।
- राजस्थान (उदयपुर, कोटा, चूरू): 500 मीटर।
- बिहार (पूर्णिया, भागलपुर): 500 मीटर।
समुद्र में स्थिति
- उत्तर-पूर्वी हवाओं का प्रभाव:
- मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन के इलाकों में 35-45 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।
- मछुआरों को इन क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी गई है।
पिछले 24 घंटे की बारिश
- तमिलनाडु:
- पम्बन में 8 सेमी।
- वेल्लोर, पारंगीपेट्टाई, कोडाइकनाल: 1 सेमी।
- कर्नाटक (मैंगलोर): 3 सेमी।