Weather Update : भारत में इस समय मौसम कई गतिविधियों से गुजर रहा है। पूर्वोत्तर असम के निचले इलाकों में चक्रवाती प्रभाव सक्रिय है। वहीं, एक नया पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के मेल से 10 से 12 जनवरी तक उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम में बदलाव की संभावना है।
बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान
इन मौसमी गतिविधियों के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में हल्की से भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों और मध्य भारत में भी हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है।
- 11 जनवरी को: हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, और राजस्थान के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश हो सकती है।
- 12 जनवरी को: उत्तराखंड के कुछ इलाकों में भी बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है।
- ओलावृष्टि: 11 जनवरी को राजस्थान के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि हो सकती है।
कोहरे का प्रकोप और दृश्यता में कमी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, और उत्तर प्रदेश में घना कोहरा रहेगा।
- कोहरे का असर:
- पंजाब के अमृतसर, अंबाला और पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दृश्यता शून्य मापी गई।
- असम, बिहार, हिमाचल प्रदेश, और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम रही।
तापमान में गिरावट और शीत लहर का प्रकोप
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों और मैदानी क्षेत्रों में तापमान में भारी गिरावट आई है।
- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में तापमान शून्य से नीचे चला गया है।
- हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, और राजस्थान में भी न्यूनतम तापमान 5-10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
- शीत लहर: आज हिमाचल प्रदेश, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में शीत लहर का प्रभाव रहेगा।
समुद्री क्षेत्रों में अलर्ट
दक्षिण बंगाल की खाड़ी में 35-45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे इन इलाकों में जाने से बचें।
कल कहां हुई बारिश और गरज के साथ बौछारें?
- 8 जनवरी को तमिलनाडु, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश हुई।
- असम के कुछ हिस्सों में भी बौछारें दर्ज की गईं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
- अगले 24 घंटों में उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
- पूर्वी भारत और महाराष्ट्र में तापमान 2-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने का अनुमान है।
आम जनता के लिए सलाह
- कोहरे के कारण सड़क और हवाई यातायात में रुकावटें आ सकती हैं।
- शीत लहर से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें और घर के अंदर रहें।
- मछुआरे समुद्र में जाने से बचें।
भारत में मौसम का यह बदला स्वरूप आने वाले दिनों में और अधिक प्रभाव डाल सकता है। आम जनता को सतर्क रहने और मौसम विभाग की सलाह का पालन करने की आवश्यकता है।