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मौसम विभाग की चेतावनी: गुजरात, राजस्थान, और पूर्वोत्तर में आज भारी बारिश का अनुमान

by kishanchaubey
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Weather News: भारतीय मौसम विभाग ने 28 जून, 2025 के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में मॉनसून की सक्रियता और मौसमी गतिविधियों को लेकर ताजा अपडेट जारी किया है।

सौराष्ट्र और कच्छ के साथ-साथ उत्तर-पूर्व अरब सागर पर बने ऊपरी हवा के चक्रवाती प्रसार के कारण अगले 12 घंटों में इस क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।

इसके प्रभाव से देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश और कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है। मॉनसून अब लगभग पूरे देश में पहुंच चुका है, और अगले 2-3 दिनों में शेष हिस्सों में भी दस्तक दे सकता है।

सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग इलाकों में आज, 28 जून, 2025 को भारी से बहुत भारी बारिश (115.6 से 204.4 मिमी) और कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश (204.5 मिमी या उससे अधिक) का अलर्ट जारी किया गया है।

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यह स्थिति ऊपरी हवा के चक्रवाती प्रसार और मॉनसूनी गतिविधियों के कारण उत्पन्न हुई है। स्थानीय प्रशासन और निवासियों को जलभराव, बाढ़ और अन्य मौसम संबंधी जोखिमों के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है।

निम्नलिखित राज्यों में आज भारी से बहुत भारी बारिश (115.6 से 204.4 मिमी) और वज्रपात की संभावना है:

  • पूर्वी राजस्थान: कोटा, भरतपुर, और जयपुर संभागों में भारी बारिश, कुछ क्षेत्रों में अति भारी बारिश संभव।
  • गुजरात: सौराष्ट्र और कच्छ के अलावा, अन्य हिस्सों में भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें।
  • केरल और माहे: तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश।
  • कोंकण और गोवा: मॉनसून की सक्रियता के कारण भारी बारिश और वज्रपात।
  • मध्य महाराष्ट्र: घाट क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश।
  • मध्य प्रदेश: पश्चिमी और पूर्वी मध्य प्रदेश में भारी बारिश।
  • नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, और त्रिपुरा: पूर्वोत्तर राज्यों में गरज के साथ भारी बारिश और बिजली गिरने की आशंका।
  • उत्तराखंड और विदर्भ: भारी बारिश और वज्रपात की संभावना।

निम्नलिखित राज्यों में गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश (65.5 से 115.5 मिमी) की संभावना है:

  • पूर्वी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, और पश्चिम राजस्थान।
  • अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, बिहार, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक, झारखंड, ओडिशा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, और सिक्किम।

तटीय आंध्र प्रदेश, केरल और माहे, कोंकण और गोवा, लक्षद्वीप, और सौराष्ट्र और कच्छ में तेज सतही हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटे) चलने की चेतावनी दी गई है। मछुआरों को गुजरात तट, कोंकण तट, और अन्य समुद्री क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है।

मॉनसून की उत्तरी सीमा वर्तमान में जैसलमेर, बीकानेर, झुंझुनू, भरतपुर, रामपुर, सोनीपत, और अनूप नगर से होकर गुजर रही है। अगले 2-3 दिनों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून देश के शेष हिस्सों, विशेष रूप से राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, और दिल्ली के कुछ और हिस्सों में पहुंच सकता है।

27 जून, 2025 को मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) में अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि खरगोन (मध्य प्रदेश) और माथेरान (महाराष्ट्र) में न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस रहा। आज, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, और त्रिपुरा में गर्म और उमस भरा मौसम रहने की संभावना है।

27 जून, 2025 को बारिश का लेखा-जोखा:

  • पश्चिमी राजस्थान: जैसलमेर में 7 सेमी, जोधपुर में 2 सेमी
  • पूर्वी उत्तर प्रदेश: चुर्क में 7 सेमी, वाराणसी में 2 सेमी
  • सौराष्ट्र और कच्छ: द्वारका में 7 सेमी, कच्छ में 6 सेमी
  • पश्चिम बंगाल: हल्दिया में 6 सेमी, सागर द्वीप में 3 सेमी
  • मध्य महाराष्ट्र: महाबलेश्वर में 3 सेमी
  • पूर्वी राजस्थान: अलवर में 3 सेमी, सीकर में 2 सेमी
  • जम्मू और कश्मीर: जम्मू में 3 सेमी
  • कोंकण और गोवा: माथेरान में 3 सेमी, मुंबई में 2 सेमी
  • पूर्वी मध्य प्रदेश: नौगांव में 2 सेमी
  • विदर्भ: यवतमाल में 2 सेमी
  • पश्चिम मध्य प्रदेश: होशंगाबाद में 2 सेमी
  • बिहार: डेहरी में 2 सेमी
  • असम और मेघालय: धुबरी में 2 सेमी

मौसम विभाग ने भारी बारिश, वज्रपात, और तेज हवाओं को देखते हुए सतर्क रहने की अपील की है। निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन को तैयार रहने की सलाह दी गई है।

मछुआरों को समुद्री क्षेत्रों में न जाने की चेतावनी दी गई है। मॉनसून की इस सक्रियता से गर्मी से राहत मिल रही है, लेकिन भारी बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में बाढ़ और जलभराव की समस्याएं हो सकती हैं। ताजा अपडेट्स के लिए मौसम विभाग की वेबसाइट देखें।

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