केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में आज वायु प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। आंध्र प्रदेश का विशाखापत्तनम सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बढ़कर 311 पहुंच गया।
यह ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। कल (14 सितंबर) की तुलना में यहां AQI में 93 अंकों की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई, जब यह 218 था।
हवा में पीएम10 कण हावी रहे, और प्रदूषण का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सुरक्षित सीमा से 590 फीसदी अधिक पाया गया।विशेषज्ञों का मानना है कि औद्योगिक गतिविधियों, वाहनों के धुएं और मौसमी कारकों के कारण विशाखापत्तनम में प्रदूषण तेजी से बढ़ा है।
इस स्थिति से सांस संबंधी बीमारियां, हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ गया है। CPCB ने प्रभावित क्षेत्रों में मास्क पहनने, बाहर कम निकलने और वाहनों की संख्या कम करने की सलाह दी है।
देश के सबसे प्रदूषित शहर
आज देश के टॉप 10 सबसे प्रदूषित शहरों में विशाखापत्तनम के अलावा ग्रेटर नोएडा (216), औरंगाबाद (बिहार) (211), गुम्मिडिपूंडी (154), चित्तूर (146), बद्दी (143), नोएडा (141), गाजियाबाद (134), मंडीदीप (132) और नंदेसरी (125) शामिल रहे। इनमें से अधिकांश शहरों में पीएम10 या पीएम2.5 कणों का स्तर चिंताजनक रहा।
उदाहरण के लिए:
- ग्रेटर नोएडा और औरंगाबाद में पीएम10 हावी था, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
- गुम्मिडिपूंडी, चित्तूर, नंदेसरी, दिल्ली और बिहार शरीफ में पीएम2.5 कण प्रमुख थे।
- बद्दी, नोएडा, गाजियाबाद, मंडीदीप और बुलंदशहर में भी पीएम10 से स्थिति बिगड़ी।
ये आंकड़े CPCB के नेशनल एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग प्रोग्राम (NAMP) से लिए गए हैं, जो 224 शहरों की दैनिक निगरानी करते हैं।
सबसे साफ हवा वाले शहर
इसके विपरीत, अच्छी खबर यह है कि देश के 87 शहरों में हवा साफ (‘बेहतर’ श्रेणी, AQI 0-50) रही। इनमें नाहरलगुन (AQI 11) सबसे साफ शहर था, जो विशाखापत्तनम से 27 गुना बेहतर है।
अन्य साफ हवा वाले शहरों में अगरतला, कटक, दमोह, दावनगेरे, डूंगरपुर, दुर्गापुर, गंगटोक, हल्दिया, हुबली, जैसलमेर, कलबुर्गी, कांचीपुरम, करूर, कारवार, काशीपुर, खन्ना, कोल्हापुर, कोलकाता, कोप्पल, कोरबा, कुंजेमुरा, लातूर, मदिकेरी, मदुरै, महाड, मंगलौर, मंगुराहा, मीरा-भायंदर, मैसूर, नागपुर, नलबाड़ी, नवी मुंबई, नयागढ़, पालकालाइपेरुर, परभनी, पटियाला, पिंपरी-चिंचवाड, पुडुकोट्टई, पूर्णिया और रायपुर शामिल हैं।
कल से साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 13 फीसदी का इजाफा हुआ है, जो सकारात्मक संकेत है।
दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों की स्थिति
दिल्ली में मामूली सुधार दर्ज हुआ, जहां AQI 108 रहा, जो मध्यम श्रेणी में है। कल से एक अंक की गिरावट आई है। हालांकि, CPCB ने फरीदाबाद के आंकड़े आज साझा नहीं किए। अन्य प्रमुख शहरों के AQI:
- मुंबई: 56 (संतोषजनक)
- लखनऊ: 76 (संतोषजनक)
- चेन्नई: 75 (संतोषजनक)
- चंडीगढ़: 48 (संतोषजनक)
- हैदराबाद: 68 (संतोषजनक)
- जयपुर: 94 (संतोषजनक)
- पटना: 99 (संतोषजनक)
- ग्वालियर: 73 (संतोषजनक)
- गुवाहाटी: 53 (संतोषजनक)
- गुरूग्राम: 83 (संतोषजनक)
पिछले महीनों पर नजर डालें तो जून, जुलाई और अगस्त 2025 में दिल्ली की हवा ज्यादातर संतोषजनक रही, लेकिन जनवरी से अप्रैल तक एक भी दिन साफ नहीं रहा। नवंबर 2024 में 8 दिन और दिसंबर 2024 में 6 दिन ‘गंभीर’ श्रेणी में रहा, जब सांस लेना मुश्किल हो गया था।
