रविवार को यमुना नदी में जहरीली झाग तैरती हुई देखी गई, जो नदी में बढ़ते प्रदूषण का संकेत है। एक एनजीओ के मालिक दिनेश कुमार, जो हर सप्ताहांत यमुना घाट की सफाई के लिए आते हैं, ने बताया, “नदी में काफी झाग है, जो त्वचा और आंखों के लिए खतरनाक हो गया है। सफाई के दौरान हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है… बिना साफ किया हुआ सीवेज पानी नदी में छोड़ा जा रहा है, जिससे पानी की गुणवत्ता तेजी से गिर रही है।”
शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने कालिंदी कुंज इलाके में यमुना के किनारे का दौरा किया और आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला किया। उन्होंने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल की “जहरीली राजनीति” ने दिल्ली की हवा और पानी दोनों को खतरनाक बना दिया है। उन्होंने केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेताओं को चुनौती दी कि वे यमुना नदी में डुबकी लगाएं।
इस बीच, दिल्ली के कई हिस्सों में एक परत धुंध की छा गई है, क्योंकि हवा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। आनंद विहार इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सुबह 8:30 बजे 454 तक पहुंच गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
द्वारका, सेक्टर 8 में AQI 311 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। राष्ट्रीय राजधानी के ITO इलाके में AQI 232 था, जिसे ‘खराब’ श्रेणी में रखा गया है। जहांगीरपुरी में AQI 350 था, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। नेहरू पार्क और इसके आस-पास के इलाकों में AQI 254 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में है।
दिल्ली के एक निवासी ने कहा, “दिल्ली में ठंड बढ़ रही है और प्रदूषण भी… लोगों को मास्क पहनना चाहिए क्योंकि राजधानी में प्रदूषण का स्तर बढ़ चुका है।”
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, ‘गंभीर’ श्रेणी का AQI स्वस्थ लोगों को भी प्रभावित कर सकता है और पहले से बीमार व्यक्तियों पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। ‘खराब’ श्रेणी का AQI लंबे समय तक संपर्क में रहने से सांस लेने में तकलीफ पैदा कर सकता है, जबकि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में सांस की बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।
दिल्ली में प्रदूषण के साथ-साथ यमुना नदी में जहरीली झाग ने भी गंभीर चिंता पैदा कर दी है।