Timber Smuggling : ओडिशा के बालांगीर जिले में मंगलवार को वन विभाग ने लकड़ी तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। इस अभियान में करीब ₹1 करोड़ मूल्य की खैर (खैरा) लकड़ी जब्त की गई।
अभियान का नेतृत्व
बालांगीर के सहायक वन संरक्षक (ACF) अरविंद नायक ने इस ऑपरेशन का नेतृत्व किया। यह कार्रवाई जिला वन अधिकारी (DFO) के निर्देश पर की गई।
कार्रवाई के मुख्य बिंदु
- छापेमारी के स्थान:
- कांटाबांजी के दो स्थान
- कनुत गांव के दो स्थान
- जब्त सामग्री:
- लगभग 95% खैर लकड़ी (करीब 45 ट्रिप लकड़ी) जब्त की गई।
- एक ट्रैक्टर भी जब्त किया गया।
- गिरफ्तारी नहीं:
- ACF अरविंद नायक ने बताया कि इस अभियान में किसी तस्कर को गिरफ्तार नहीं किया जा सका।
वन विभाग की सतर्कता
यह कार्रवाई लकड़ी तस्करी पर लगाम लगाने के लिए वन विभाग के निरंतर प्रयासों का हिस्सा है।
ACF नायक ने कहा, “हमने लगभग 95% खैर लकड़ी जब्त कर ली है। छापेमारी अभी भी जारी है।”
लकड़ी तस्करी पर रोक की जरूरत
ओडिशा के बालांगीर जैसे इलाकों में खैर लकड़ी की अवैध तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है। खैर लकड़ी का उपयोग मुख्य रूप से कत्था बनाने और अन्य औद्योगिक जरूरतों के लिए किया जाता है, जिससे इसकी बाजार में भारी मांग है।
वन विभाग की यह कार्रवाई पर्यावरण संरक्षण और अवैध तस्करी को रोकने के प्रयासों में एक बड़ा कदम है। हालांकि, तस्करों की गिरफ्तारी न होने से यह भी स्पष्ट है कि इस समस्या को पूरी तरह से खत्म करने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।