Tiger attacks: पश्चिम बंगाल के सुंदरबन टाइगर रिजर्व में सोमवार सुबह एक वन विभाग के कर्मचारी पर बाघ ने हमला कर दिया। यह घटना तब हुई जब वन विभाग की टीम एक रॉयल बंगाल टाइगर को अजमलमारी जंगल की सीमा में वापस भेजने की कोशिश कर रही थी। इस भयावह घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें आठ से दस वनकर्मी बाघ को जंगल की ओर भगाने की कोशिश कर रहे थे।
कैसे हुआ हमला?
जब वन विभाग की टीम बाघ को जंगल की ओर खदेड़ रही थी, तभी अचानक बाघ ने मुड़कर हमला कर दिया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि जैसे ही बाघ ने हमला किया, वनकर्मी डर के मारे चिल्लाने लगे। कुछ ही सेकंड में बाघ ने एक वनकर्मी पर झपट्टा मार दिया।
अन्य वनकर्मियों ने तुरंत लकड़ियों से बाघ को भगाने की कोशिश की, जिसके बाद बाघ घायल वनकर्मी को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, घायल वनकर्मी को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वनकर्मी की हालत स्थिर
वन विभाग की डीएफओ निशा गोस्वामी ने जानकारी दी कि घायल वनकर्मी को प्राथमिक उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है। यदि डॉक्टर सलाह देते हैं, तो उसे कोलकाता के बड़े अस्पताल में रेफर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वनकर्मी के शरीर पर कई जगह बाघ के दांतों के निशान हैं, लेकिन वह पूरी तरह से होश में है और उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
वन विभाग ने उठाए सुरक्षा कदम
वन विभाग ने इस घटना के बाद सुरक्षा बढ़ा दी है।
- टीम को ट्रैंक्विलाइज़र गन, पिंजरा और चारा देकर मौके पर तैनात किया गया है।
- इलाके को नायलॉन की जालियों से घेरने का काम किया जा रहा है।
- स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और अपने मवेशियों को घर के अंदर रखने की सलाह दी गई है।
- अब तक वन विभाग की टीम के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
सुंदरबन में बाघों का बढ़ता खतरा
सुंदरबन दुनिया का सबसे बड़ा मैंग्रोव जंगल है और यह रॉयल बंगाल टाइगर का प्रमुख आवास है। हाल के वर्षों में, इंसानों और बाघों के बीच टकराव के कई मामले सामने आए हैं। बाघ कभी-कभी जंगल से बाहर आकर गांवों की ओर चले जाते हैं, जिससे ग्रामीणों और वन विभाग को सतर्क रहना पड़ता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, बाघों के प्राकृतिक आवास में कमी और भोजन की उपलब्धता में गिरावट के कारण वे इंसानी इलाकों की ओर बढ़ रहे हैं। सरकार और वन विभाग इस समस्या से निपटने के लिए बाघों के संरक्षण और प्रबंधन पर लगातार काम कर रहे हैं।