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तेंदू: भारत के शुष्क क्षेत्रों का पौष्टिक खजाना, आदिवासियों की आजीविका का आधार

by kishanchaubey
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भारत के शुष्क क्षेत्रों में तेंदू पेड़ (डायोस्पायरोस मेलानॉक्सिलॉन) का विशेष महत्व है, जो आदिवासी समुदायों की आजीविका और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। इसके पत्तों से बीड़ी बनाई जाती है, जो आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है, जबकि गर्मियों में इसके पीले-भूरे, गूदेदार और मीठे फल जंगल की सैर को और आनंदमय बनाते हैं।

तेंदू फल पोषक तत्वों से भरपूर है, जिसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम (305.52 मिलीग्राम/100 ग्राम), विटामिन सी, और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे फेनोलिक कंटेंट और फ्लेवोनोइड्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये फल अमरूद, आम और सेब जैसे फलों के बराबर या अधिक पौष्टिक हैं, फिर भी इनकी लोकप्रियता कम है।

एक तेंदू पेड़ से 80-100 किलोग्राम फल मिलते हैं, लेकिन छोटी शेल्फ लाइफ (लगभग 5 दिन) के कारण ज्यादातर फल बर्बाद हो जाते हैं। आदिवासी समुदाय फलों को सुखाकर चूरा बनाते हैं, जिसे बारिश के मौसम में भोजन की कमी के दौरान उपयोग करते हैं। स्थानीय बाजारों में ताजे फल अच्छी कीमत पर बिकते हैं, लेकिन सीमित उपलब्धता एक चुनौती है।

तेंदू का पेड़ भारत के छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र और कर्नाटक के पर्णपाती जंगलों में पाया जाता है। छत्तीसगढ़ ने 2024 में तेंदू पत्तों की बिक्री से 942.12 करोड़ रुपये की कमाई की।

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तेंदू का वैज्ञानिक नाम डायोस्पायरोस, ग्रीक शब्द “डायोस” (दिव्य) और “पाइरोस” (फल) से आता है, जबकि मेलानॉक्सिलॉन का अर्थ “डार्क वुड” है। इसकी लकड़ी, जिसे ईस्ट इंडियन एबॉनी कहा जाता है, कठोर और टिकाऊ होती है, और इसका उपयोग इमारतों, खंभों और गाड़ियों के लिए किया जाता है। तेंदू के बीज, छाल और सूखे फूल औषधीय गुणों से युक्त हैं, जो मानसिक विकारों, दस्त, और त्वचा रोगों के इलाज में उपयोगी हैं।

शोधकर्ताओं ने तेंदू के गूदे से जूस, जैम और आइसक्रीम जैसे उत्पाद विकसित किए हैं, जिससे इसके मूल्यवर्धन की संभावनाएं बढ़ रही हैं। इस फल को शरबत और खीर जैसे व्यंजनों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। तेंदू का पेड़ सूखा-सहिष्णु है और खराब मिट्टी में भी उग सकता है, जिससे यह पर्यावरणीय और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है।

तेंदू शरबत रेसिपी
सामग्री: 250 ग्राम तेंदू फल, स्वादानुसार चीनी, नमक।
विधि: फल का आवरण हटाकर गूदा निकालें, पानी मिलाकर मसलें, छानें, चीनी और नमक डालकर बर्फ के साथ ठंडा करें।

तेंदू खीर रेसिपी
सामग्री: 250 ग्राम तेंदू फल, 1 लीटर दूध, 2 इलायची, स्वादानुसार चीनी।
विधि: दूध को उबालकर गाढ़ा करें, चीनी और इलायची डालें, फल का गूदा मिलाकर थोड़ा और उबालें।

पुस्तक सुझाव: फ्रॉम द किंग्स टेबल टु स्ट्रीट फूड: ए फूड हिस्ट्री ऑफ दिल्ली
लेखक: पुष्पेश पंत
प्रकाशक: स्पीकिंग टाइगर
पृष्ठ: 392 | मूल्य: ₹433
यह पुस्तक दिल्ली के भोजन की ऐतिहासिक यात्रा को दर्शाती है, जो महाभारत काल से आधुनिक समय तक फैली है।

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