उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी है। कई इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
उमस भरी गर्मी ने दिन के साथ-साथ रात को भी राहत नहीं दी है। मौसम विभाग ने 10 जून, 2025 को जारी अपने ताजा पूर्वानुमान में कहा है कि अगले पांच दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। हालांकि, इसके बाद तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट की संभावना है।
दिल्ली में ऑरेंज अलर्ट, गर्मी से सावधान रहने की सलाह
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 9 जून को तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया था। मौसम विभाग ने 11 जून तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आज, 10 जून को दिल्ली का अधिकतम तापमान 44 डिग्री और न्यूनतम 29 डिग्री रहने का अनुमान है। लोगों को सतर्क रहने और गर्मी से बचाव के उपाय करने की सलाह दी गई है।
देश में तापमान का हाल
9 जून को पश्चिम राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 47.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो देश में सबसे गर्म रहा। वहीं, मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के उदगीर में न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां चलेगी लू, कहां रहेगा उमस भरा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार, 10 से 13 जून तक पश्चिमी राजस्थान में लू चलने की संभावना है, जिसमें आज (10 जून) कुछ हिस्सों में भीषण लू का अंदेशा है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश, और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 10 से 13 जून तक गर्म हवाओं से राहत नहीं मिलेगी।
इसके अलावा, पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय इलाकों, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और बिहार में 10-11 जून को गर्म और उमस भरा मौसम बना रहेगा। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में रात में भी गर्मी का असर रहेगा।
बारिश और तूफान का अनुमान
पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश के आसपास चक्रवाती हवाओं के बावजूद उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। 10-11 जून को उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 20-30 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। 12 से 15 जून तक उत्तराखंड में 64.5-115.5 मिमी तक भारी बारिश की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में 13-15 जून को 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफानी हवाएं, हल्की से मध्यम बारिश (15.6-64.4 मिमी) और बिजली गिरने की आशंका है।
पूर्वोत्तर भारत में असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 10 जून को 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफानी हवाओं के साथ 64.5-115.5 मिमी बारिश हो सकती है। ओडिशा, तटीय कर्नाटक, आंतरिक कर्नाटक, केरल, माहे, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी भारी बारिश और वज्रपात की संभावना है। तटीय आंध्र प्रदेश में 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफानी हवाएं और बौछारें पड़ सकती हैं।
मॉनसून की स्थिति
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने इस बार समय से पहले दस्तक दी थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से इसकी रफ्तार थम गई है। मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून की उत्तरी सीमा मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी, सैंडहेड द्वीप और बालुरघाट से होकर गुजर रही है।
समुद्र में तूफानी हवाओं की चेतावनी
मौसम विभाग ने सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य अरब सागर, मन्नार की खाड़ी, बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों और अंडमान सागर में 45-65 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफानी हवाओं की चेतावनी जारी की है। मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या अन्य गतिविधियों से बचने की सलाह दी गई है।
कल कहां हुई बारिश?
9 जून को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक, लक्षद्वीप, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखंड में बारिश या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गईं। ओडिशा के अंगुल में 3 सेमी, क्योझरगढ़ में 2 सेमी, बेंगलुरु एचएएल में 2 सेमी और चेन्नई में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
मौसम विभाग ने लोगों से गर्मी और तूफानी हवाओं से बचाव के लिए सतर्क रहने की अपील की है।