केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा 10 जून 2025 को जारी आंकड़ों के अनुसार, देश के केवल 15% शहरों में हवा साफ है, जबकि 35% शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। अंडमान और निकोबार की राजधानी श्री विजया पुरम देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 282 दर्ज किया गया।
इसके विपरीत, मिजोरम की राजधानी आइजोल में हवा सबसे साफ रही, जहां AQI मात्र 21 था। इस प्रकार, श्री विजया पुरम की हवा आइजोल की तुलना में 12 गुना अधिक प्रदूषित है।
सबसे प्रदूषित शहरों की सूची
देश के दस सबसे प्रदूषित शहरों में बागपत (AQI 258) दूसरे, गुरुग्राम (AQI 250) तीसरे, और बुलन्दशहर (AQI 220) चौथे स्थान पर हैं। दिल्ली, जो पांचवें स्थान पर है, में प्रदूषण का स्तर पिछले दिन की तुलना में 20 अंकों की कमी के साथ AQI 215 दर्ज किया गया, लेकिन यह अभी भी ‘खराब’ श्रेणी में है। अन्य प्रदूषित शहरों में राजगीर (AQI 211) छठे, मंडी गोबिंदगढ़ (AQI 204) सातवें, बद्दी (AQI 190), चंडीगढ़ (AQI 188), और हनुमानगढ़ (AQI 178) शामिल हैं।
प्रदूषण के प्रमुख कारण
विश्लेषण से पता चला है कि चंडीगढ़, कटनी, और हापुड़ जैसे शहरों में ओजोन प्रदूषण प्रमुख है, जबकि श्री विजया पुरम, राजगीर, मंडी गोबिंदगढ़, लखनऊ, मुजफ्फरनगर, और हाजीपुर में PM2.5 कण हावी हैं।
बागपत, गुरुग्राम, बुलन्दशहर, दिल्ली, बद्दी, हनुमानगढ़, नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, धौलपुर, दौसा, समस्तीपुर, सवाई माधोपुर, और ग्रेटर नोएडा में PM10 कणों के कारण स्थिति चिंताजनक है।
वायु गुणवत्ता की स्थिति
- साफ हवा (AQI 0-50): देश के 222 में से 34 शहरों, जैसे अगरतला, आइजोल, कोयंबटूर, मैसूर, और तिरुवनंतपुरम में हवा ‘बेहतर’ रही। हालांकि, साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 3% की मामूली कमी दर्ज की गई।
- संतोषजनक हवा (AQI 51-100): 110 शहरों, जैसे अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई, और कोलकाता में वायु गुणवत्ता ‘संतोषजनक’ रही। इन शहरों की संख्या में 24% की वृद्धि हुई।
- मध्यम हवा (AQI 101-200): 71 शहरों, जैसे आगरा, अमृतसर, भोपाल, ग्वालियर, और गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ रही। इन शहरों की संख्या में 9% की कमी आई।
- खराब हवा (AQI 201-300): श्री विजया पुरम, बागपत, गुरुग्राम, और दिल्ली जैसे शहरों में स्थिति खराब रही। हालांकि, खराब हवा वाले शहरों की संख्या में 22% की कमी दर्ज की गई, जो राहत की बात है।
दिल्ली की स्थिति
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 215 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में है। पिछले चार महीनों (जनवरी- अप्रैल 2025) में दिल्ली की हवा एक भी दिन साफ नहीं रही। नवंबर 2024 में आठ दिन और दिसंबर 2024 में छह दिन वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में थी, जब सांस लेना भी मुश्किल हो गया था।
अन्य प्रमुख शहरों का हाल
- मुंबई: AQI 63 (संतोषजनक)
- लखनऊ: AQI 174 (मध्यम)
- चेन्नई: AQI 99 (संतोषजनक)
- चंडीगढ़: AQI 188 (मध्यम)
- हैदराबाद: AQI 81 (संतोषजनक)
- जयपुर: AQI 134 (मध्यम)
- पटना: AQI 143 (मध्यम)
- ग्वालियर: AQI 146 (मध्यम)
- गाजियाबाद: AQI 165 (मध्यम)
- नोएडा: AQI 173 (मध्यम)
- ग्रेटर नोएडा: AQI 148 (मध्यम)
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का अर्थ
- 0-50 (बेहतर): साफ हवा, स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित।
- 51-100 (संतोषजनक): मामूली स्वास्थ्य जोखिम, सामान्य गतिविधियों के लिए सुरक्षित।
- 101-200 (मध्यम): संवेदनशील समूहों (बच्चे, बुजुर्ग, सांस के रोगी) के लिए सावधानी जरूरी।
- 201-300 (खराब): सामान्य लोगों को स्वास्थ्य समस्याएं, संवेदनशील समूहों के लिए गंभीर जोखिम।
- 301-400 (बेहद खराब): गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव, लंबे समय तक नुकसान।
- 401-500 (गंभीर): स्वस्थ लोगों को भी नुकसान, बीमारों के लिए जानलेवा।