रविवार, 8 दिसंबर को दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में हल्की बारिश हुई, जिससे क्षेत्र के लोगों को प्रदूषण और खराब वायु गुणवत्ता से थोड़ी राहत मिली। हालांकि, बारिश के बावजूद वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 302 पर पहुंच गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
वायु गुणवत्ता और बारिश का असर
दिसंबर की शुरुआत में वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ स्तर पर पहुंच गई थी, लेकिन रविवार को यह फिर से गिरकर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों जैसे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, वसंत कुंज, हौज खास, मालवीय नगर, कालकाजी, महरौली, तुगलकाबाद, छत्तरपुर, IGNOU, अय्या नगर और डेरामंडी में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
एनसीआर के अन्य इलाकों का हाल
नोएडा, गुरुग्राम, मानेसर और फर्रुखनगर जैसे एनसीआर के अन्य इलाकों में भी सोमवार शाम तक हल्की बारिश होने की संभावना है। साथ ही, सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में कोहरे की भी संभावना जताई गई है।
मौसम में बदलाव और ठंड का असर
IMD के वैज्ञानिक नरेश कुमार ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में मध्य पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। इसके चलते हिमालयी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में भी हल्की बारिश का अनुमान है।
उन्होंने यह भी कहा कि 8 दिसंबर को पंजाब, दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में तापमान थोड़ा बढ़ सकता है। लेकिन 9 दिसंबर के बाद तापमान में गिरावट आएगी, और ठंड की लहर चलने की संभावना है। राजस्थान में सबसे पहले ठंड की लहर आएगी, इसके बाद पंजाब और हरियाणा में इसका असर देखने को मिलेगा।
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार:
- AQI 0-50: ‘अच्छा’
- AQI 51-100: ‘संतोषजनक’
- AQI 101-200: ‘मध्यम’
- AQI 201-300: ‘खराब’
- AQI 301-400: ‘बहुत खराब’
- AQI 400+: ‘गंभीर’
रविवार शाम 4 बजे दिल्ली का AQI 302 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
प्रदूषण प्रबंधन पर समीक्षा
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बताया कि प्रदूषण प्रबंधन प्रणाली की समीक्षा में पाया गया कि इस्तेमाल किए जा रहे डेटा और मॉडल की सटीकता निर्धारित मापदंडों के अनुरूप नहीं थी। इसके अलावा, कुछ डेटा और उत्सर्जन सूची पुरानी पाई गई।
हल्की बारिश और बूंदाबांदी से कुछ राहत मिली है, लेकिन वायु गुणवत्ता अभी भी खराब बनी हुई है। ठंड बढ़ने के साथ कोहरे और ठंड की लहर के चलते स्थिति और गंभीर हो सकती है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें और प्रदूषण से बचने के लिए जरूरी कदम उठाएं।