आज, 20 मई 2025 को, बिहार के सिवान की हवा देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित दर्ज की गई है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 308 पर पहुंच गया है। यह स्तर इतना खतरनाक है कि यह लोगों को गंभीर रूप से बीमार कर सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के 19 मई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, सिवान में पीएम2.5 कणों की अधिकता के कारण स्थिति चिंताजनक है।
कल, 19 मई को अगरतला की हवा सबसे प्रदूषित थी, जहां AQI 300 दर्ज किया गया था, लेकिन आज CPCB ने अगरतला के आंकड़े साझा नहीं किए हैं।
दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा, दूसरे स्थान पर: राजधानी दिल्ली में भी प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखी गई है। 22 अंकों की बढ़ोतरी के साथ दिल्ली का AQI 201 पर पहुंच गया है, जो इसे देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बनाता है। दिल्ली में ओजोन प्रदूषण की प्रमुखता रही। पिछले चार महीनों (जनवरी से अप्रैल 2025) में दिल्ली की हवा एक भी दिन साफ नहीं रही। नवंबर 2024 में आठ दिन और दिसंबर 2024 में छह दिन दिल्ली में AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया था, जब सांस लेना तक मुश्किल हो गया था।
अन्य शहरों की स्थिति:
- गुरुग्राम (AQI 177) तीसरे और नोएडा (AQI 175) चौथे स्थान पर हैं।
- बद्दी (AQI 170) पांचवें, राउरकेला (AQI 165) छठे, जालंधर (AQI 164) सातवें, और मुजफ्फरनगर (AQI 157) आठवें स्थान पर हैं।
- अमृतसर और मंडी गोबिंदगढ़ (AQI 149) भी शीर्ष दस प्रदूषित शहरों में शामिल हैं।
- प्रदूषण के स्रोत: सिवान, गुरुग्राम, जालंधर, मुजफ्फरनगर, मंडी गोबिंदगढ़ और बर्नीहाट में पीएम2.5, राउरकेला और ब्रजराजनगर में ओजोन, जबकि अमृतसर, श्रीगंगानगर, बागपत, और हनुमानगढ़ में पीएम10 की अधिकता रही।
सबसे साफ हवा कुड्डालोर में: देश में कुड्डालोर की हवा सबसे साफ रही, जहां AQI मात्र 20 दर्ज किया गया। सिवान की तुलना में कुड्डालोर की हवा 14 गुना बेहतर है। कुड्डालोर के अलावा, गुवाहाटी, हल्दिया, हावड़ा, हुबली, कलबुर्गी, कोल्हापुर, कोलकाता, मदुरै, मुजफ्फरपुर, मैसूर, शिलांग, सिलीगुड़ी, सूरत जैसे 56 अन्य शहरों में भी हवा साफ रही, जहां AQI 50 से नीचे रहा।
वायु गुणवत्ता का विश्लेषण:
- देश के 203 शहरों में से 57 (28%) में हवा ‘बेहतर’ (AQI 0-50) रही।
- 102 शहरों (50%) में वायु गुणवत्ता ‘संतोषजनक’ (AQI 51-100) रही, जो 18 मई की तुलना में 16% कम है।
- 42 शहरों (22%) में वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ (AQI 101-200) रही, जो कल की तुलना में 11% अधिक है।
- साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 4% की वृद्धि हुई है।
प्रमुख शहरों के AQI आंकड़े:
- मुंबई: 76 (संतोषजनक)
- लखनऊ: 119 (मध्यम)
- चेन्नई: 83 (संतोषजनक)
- चंडीगढ़: 102 (मध्यम)
- हैदराबाद: 77 (संतोषजनक)
- जयपुर: 96 (संतोषजनक)
- पटना: 88 (संतोषजनक)
- ग्वालियर: 143 (मध्यम)
- गाजियाबाद: 124 (मध्यम)
- ग्रेटर नोएडा: 124 (मध्यम)