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देश में शिलांग की हवा सबसे साफ, चुरू में प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा

by kishanchaubey
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23 मई 2025 को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, शिलांग में देश की सबसे साफ हवा दर्ज की गई है। शिलांग में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) मात्र 11 रहा, जो बेहतर हवा की श्रेणी को दर्शाता है। दूसरी ओर, राजस्थान के चुरू शहर में हवा की गुणवत्ता सबसे खराब रही, जहां AQI 148 दर्ज किया गया। यानी चुरू की हवा शिलांग की तुलना में लगभग 12 गुना ज्यादा प्रदूषित थी।

राहत की बात: कोई भी शहर ‘खराब’ या ‘बेहद खराब’ श्रेणी में नहीं सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोई भी शहर ‘खराब’ (AQI 201-300) या ‘बेहद खराब’ (AQI 301-400) श्रेणी में नहीं है, जो राहत की बात है। खास तौर पर श्री विजयपुरम में एक दिन पहले AQI 318 था, जो 24 मई को 289 अंकों की कमी के साथ मात्र 29 पर आ गया। यह सुधार आश्चर्यजनक है और हवा की गुणवत्ता में भारी बदलाव को दर्शाता है।

देश में हवा की स्थिति का विश्लेषण

  • 61% से ज्यादा शहरों में संतोषजनक हवा: देश के 225 शहरों में से 138 शहरों में AQI 51-100 के बीच रहा, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है। पिछले दिन की तुलना में ऐसे शहरों की संख्या में 22% की बढ़ोतरी हुई है।
  • 26% शहरों में साफ हवा: 59 शहरों में AQI 0-50 के बीच रहा, जो ‘बेहतर’ श्रेणी में आता है। हालांकि, पिछले दिन की तुलना में साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 3% की कमी आई है।
  • 12% शहरों में चिंताजनक स्थिति: 28 शहरों में AQI 101-200 के बीच रहा, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है। इन शहरों की संख्या में पिछले दिन की तुलना में 10% की कमी देखी गई है।

सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर

  1. चुरू (AQI 148): देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा।
  2. राउरकेला (AQI 144): दूसरे स्थान पर।
  3. वापी (AQI 139): तीसरे स्थान पर।
  4. पाली (AQI 136): चौथे स्थान पर।
  5. बीकानेर (AQI 134): पांचवें स्थान पर।
  6. बाड़मेर (AQI 129): छठे स्थान पर।
  7. दिल्ली और श्रीगंगानगर (AQI 129): दोनों संयुक्त रूप से आठवें स्थान पर।
  8. दौसा (AQI 120) और बर्नीहाट (AQI 119): क्रमशः नौवें और दसवें स्थान पर।

प्रदूषण के प्रमुख कारण

  • दिल्ली, झालावाड़, हाजीपुर: यहां ओजोन (O3) का स्तर हावी रहा।
  • बर्नीहाट, भिवंडी: महीन कण PM2.5 प्रदूषण का मुख्य कारण।
  • चुरू, वापी, पाली, बीकानेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर, दौसा, झुंझुनूं, सीकर, जैसलमेर, नागौर: इन शहरों में PM10 कणों की वजह से हवा की गुणवत्ता खराब रही।

दिल्ली की स्थिति दिल्ली में 23 मई की तुलना में प्रदूषण का स्तर 10 अंक बढ़कर AQI 129 पर पहुंच गया, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में है। पिछले चार महीनों (जनवरी- अप्रैल 2025) में दिल्ली की हवा एक भी दिन ‘बेहतर’ श्रेणी में नहीं रही। नवंबर 2024 में 8 दिन और दिसंबर 2024 में 6 दिन दिल्ली की हवा ‘गंभीर’ (AQI 401-500) श्रेणी में थी, जिसके कारण सांस लेना भी मुश्किल हो गया था।

साफ हवा वाले प्रमुख शहर देश के 59 शहरों में हवा ‘बेहतर’ रही, जिनमें शामिल हैं:

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  • शिलांग, अगरतला, अहमदनगर, अकोला, अमरावती (आंध्रप्रदेश), अमरावती (महाराष्ट्र), कोयंबटूर, कटक, दमोह, देवास, फिरोजाबाद, हल्दिया, इंदौर, कोलकाता, कोरबा, मैसूर, नागपुर, रायपुर, सूरत, तिरुवनंतपुरम आदि।

संतोषजनक हवा वाले प्रमुख शहर 138 शहरों में हवा ‘संतोषजनक’ रही, जिनमें शामिल हैं:

  • आगरा, हावड़ा, हैदराबाद, जबलपुर, जयपुर, जालंधर, झांसी, जोधपुर, कानपुर, कोटा, लखनऊ, लुधियाना, मेरठ, मुंबई, नोएडा, पटना, प्रयागराज आदि।

अन्य प्रमुख शहरों की स्थिति

  • ग्वालियर: AQI 73 (संतोषजनक)
  • गाजियाबाद: AQI 75 (संतोषजनक)
  • गुवाहाटी: AQI 65 (संतोषजनक)
  • गुरुग्राम: AQI 106 (मध्यम)
  • नोएडा: AQI 79 (संतोषजनक)
  • ग्रेटर नोएडा: AQI 76 (संतोषजनक)
  • मुंबई: AQI 82 (संतोषजनक)
  • लखनऊ: AQI 72 (संतोषजनक)
  • चेन्नई: AQI 79 (संतोषजनक)
  • चंडीगढ़: AQI 91 (संतोषजनक)
  • हैदराबाद: AQI 63 (संतोषजनक)
  • जयपुर: AQI 94 (संतोषजनक)
  • पटना: AQI 90 (संतोषजनक)

नोट: सीपीसीबी ने फरीदाबाद के AQI आंकड़े साझा नहीं किए हैं।

प्रदूषण में उतार-चढ़ाव देश में प्रदूषण का स्तर लगातार बदल रहा है। कुछ शहरों में हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, तो कुछ में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम, वाहनों का धुआं, निर्माण कार्य, और औद्योगिक गतिविधियां प्रदूषण के प्रमुख कारण हैं। सरकार और स्थानीय प्रशासन को प्रदूषण कम करने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि देश के हर शहर में साफ हवा सुनिश्चित की जा सके।

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