देश के कई हिस्सों में दिसंबर के दूसरे सप्ताह में सर्दी ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में तीव्र ठंड और बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा यातायात को बाधित कर रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताजा अपडेट के अनुसार, उत्तर-पूर्व भारत में सक्रिय उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम तेज हवाओं से मौसम में बदलाव ला रही है। साथ ही, 13 दिसंबर से एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा।
कश्मीर घाटी में सर्दी चरम पर है। जोजिला पास में तापमान माइनस 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो देश का सबसे कम तापमान है। गुलमर्ग में माइनस 5.5, श्रीनगर में माइनस 1.9 और कई जिलों जैसे कुपवाड़ा, पुलवामा में माइनस 2 से 4 डिग्री के बीच तापमान रहा। पानी जमने और बर्फबारी से यातायात बाधित है।
हिमाचल प्रदेश में भी ठंड बढ़ी है, जहां ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी की संभावना है। उत्तराखंड में कोहरा और ठंडी हवाएं परेशान कर रही हैं, 14 दिसंबर को बारिश-बर्फबारी के आसार हैं।
दिल्ली-एनसीआर में दिन का तापमान 25 डिग्री के आसपास रहा, जो सामान्य से अधिक है, लेकिन रातें ठंडी हैं। वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है, AQI 330-350 के बीच दर्ज। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बुजुर्गों और बच्चों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, पश्चिमी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में 12-13 दिसंबर को शीतलहर की चेतावनी है। पूर्वोत्तर राज्यों और यूपी में घना कोहरा रहेगा।
दक्षिण में अंडमान-निकोबार में गरज-चमक के साथ बारिश और मन्नार की खाड़ी में 55 किमी/घंटा तक हवाएं चलने की आशंका है, मछुआरों को सतर्क रहने की सलाह।
