उत्तर भारत के अधिकांश राज्य, खासकर दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश, पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी की चपेट में हैं। दिन में चलने वाली गर्म हवाएं अपने चरम पर हैं, जिससे लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
हालांकि, दिल्लीवासियों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 10 दिन पहले, यानी 19 से 25 जून के बीच, दिल्ली पहुंचने की संभावना है।
मौसम विभाग ने 13 जून 2025 की सुबह अपने ताजा अपडेट में बताया कि अगले 2-3 दिनों तक उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, यानी गर्मी का दौर जारी रहेगा। इसके बाद तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की कमी आने से कुछ राहत मिल सकती है।
पूर्वी भारत में अगले 24 घंटों में तापमान स्थिर रहेगा, लेकिन उसके बाद 4 दिनों में 2-3 डिग्री की गिरावट संभव है। देश के अन्य हिस्सों में तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
तापमान का हाल:
12 जून को राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 47.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि महाराष्ट्र के माथेरान में न्यूनतम तापमान 19.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहेगा गर्म और उमस भरा मौसम, कहां चलेगी लू?
- 13-14 जून: हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, और पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में भीषण लू का अनुमान।
- 13-15 जून: पश्चिमी राजस्थान में गर्म हवाएं और कुछ हिस्सों में भीषण लू।
- 13 जून: अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, बिहार, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में गर्म और उमस भरा मौसम।
- 13 जून: पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान, पश्चिमी और पूर्वी मध्य प्रदेश में गर्म रातें।
- 12 जून: राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, और दिल्ली में लू का प्रकोप रहा।
कहां होगी बारिश और बिजली?
चक्रवाती प्रसार, हवाओं के ट्रफ, और मॉनसूनी गतिविधियों के कारण:
- 13 जून: तटीय कर्नाटक, कोंकण, गोवा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 50-60 किमी/घंटा की तूफानी हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश (204.5 मिमी से अधिक)।
- 13 जून: केरल, माहे, मध्य महाराष्ट्र, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल में भारी बारिश (115.6-204.4 मिमी)।
- 13 जून: अंडमान-निकोबार, आंध्र प्रदेश, असम, मेघालय, मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तेलंगाना में 64.5-115.5 मिमी बारिश।
- 13 जून: आंध्र प्रदेश, केरल, मध्य प्रदेश, तेलंगाना में बिजली गिरने और 40-50 किमी/घंटा की तूफानी हवाओं के साथ बारिश।
- 13 जून: अंडमान-निकोबार, बिहार, तटीय कर्नाटक, गुजरात, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम में 30-40 किमी/घंटा की हवाओं के साथ बूंदाबांदी और वज्रपात।
- 13 जून: हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड में 40-50 किमी/घंटा की हवाओं के साथ बौछारें और वज्रपात। उत्तराखंड में 64.5-115.5 मिमी बारिश संभव।
पश्चिमी विक्षोभ का असर:
पश्चिमी हवाओं में मध्य स्तरों पर एक ट्रफ और पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान में चक्रवाती प्रसार सक्रिय है, जिससे तूफानी हवाएं और बौछारें संभव हैं।
मॉनसून का अपडेट:
अगले 24 घंटों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के विदर्भ, छत्तीसगढ़, और ओडिशा के कुछ और हिस्सों में पहुंचने की संभावना है।
12 जून की बारिश:
- तटीय कर्नाटक: कारवार (12 सेमी), होनावर (4 सेमी), मैंगलोर (3 सेमी)।
- मध्य महाराष्ट्र: कोल्हापुर (5 सेमी), सांगली (2 सेमी)।
- नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा: आइजोल (4 सेमी)।
- केरल: कोच्चि (3 सेमी)।
- विदर्भ, तेलंगाना, मराठवाड़ा, अंडमान-निकोबार, तमिलनाडु, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, कोंकण-गोवा में 1-5 सेमी बारिश दर्ज।
मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और गर्मी से बचाव के उपाय करने की सलाह दी है।