लाहौर: पाकिस्तान के लाहौर शहर में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक हदें पार कर चुका है, जिससे शहर में स्वास्थ्य और पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है। लाहौर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) शनिवार को 1,067 के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया, जो ‘अत्यंत गंभीर’ की श्रेणी में आता है। इस गंभीर स्थिति के चलते शहर में स्कूलों को एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है और सरकारी एवं निजी कार्यालयों में 50% कर्मचारियों को घर से काम करने का आदेश दिया गया है। इसे “ग्रीन लॉकडाउन” का नाम दिया गया है।
“भारत से आने वाले प्रदूषक हवाओं से पहुंचे हैं”: पाकिस्तान का आरोप
पंजाब प्रांत की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने बताया कि भारत में पराली जलाने की गतिविधियों से उठने वाला धुआं तेज हवाओं के कारण पाकिस्तान के लाहौर में पहुंच रहा है, जिससे प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है। उन्होंने भारत के साथ बातचीत की अपील करते हुए कहा कि “यह समस्या बिना आपसी चर्चा के हल नहीं हो सकती।” पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के अधिकारी राजा जहांगीर अनवर ने कहा कि पराली जलाने की वजह से लाहौर में प्रदूषण “सबसे बड़ी समस्या” बन चुका है।
स्कूल बंद, निर्माण कार्य और खुले में खाना पकाने पर पाबंदी
प्रदूषण से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के तहत शहर में दो-स्ट्रोक इंजन वाले तुक-तुक (ऑटो रिक्शा) पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा, खुले में खाना पकाने वाले रेस्तरां और निर्माण कार्यों पर भी रोक लगाई गई है। पिछले महीने, बच्चों को खुले में व्यायाम करने पर रोक लगा दी गई थी, और स्कूलों के समय में बदलाव किया गया था ताकि वे अधिक प्रदूषण वाले समय में यात्रा करने से बच सकें।
लाहौर के स्वास्थ्य और पर्यावरण पर असर
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों से अधिक प्रदूषण का असर लाहौर के निवासियों की जीवन प्रत्याशा पर भी पड़ रहा है। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के एनर्जी पॉलिसी इंस्टिट्यूट के मुताबिक, शहर के लोगों की औसतन जीवन प्रत्याशा में 7.5 साल की कमी आई है। यूनिसेफ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि दक्षिण एशिया में 60 करोड़ से ज्यादा बच्चे उच्च वायु प्रदूषण के संपर्क में हैं, जिससे श्वसन संबंधी बीमारियां और बाल-न्यूमोनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने इसे दोनों देशों का साझा मुद्दा बताते हुए भारत से मिलकर काम करने की अपील की है। उन्होंने इसे “राजनीतिक नहीं, बल्कि एक मानवीय समस्या” बताते हुए कहा कि वायु प्रदूषण जैसी समस्या के समाधान के लिए दोनों देशों को मिलकर प्रयास करना चाहिए।