प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनंत अंबानी के वंतारा (Vantara) का दौरा किया, जो दुनिया की सबसे महत्वाकांक्षी वन्यजीव संरक्षण पहलों में से एक है। यह 3,500 एकड़ में फैला एक विशाल अभयारण्य है, जहां 1.5 लाख से अधिक बचाए गए, लुप्तप्राय और संकटग्रस्त जीवों को सुरक्षित आवास और बेहतरीन देखभाल प्रदान की जाती है। प्रधानमंत्री ने यहां वन्यजीवों के बचाव और पुनर्वास प्रयासों को नजदीक से देखा और इस पहल की सराहना की।
पीएम मोदी की यात्रा के प्रमुख क्षण
- दुर्लभ दो-मुँहा अजगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अत्यंत दुर्लभ दो-मुँहा अजगर को देखा, जो सियामीज ट्विन्स के तहत आता है। यह दुर्लभ प्रजाति संरक्षण के क्षेत्र में एक अद्भुत उदाहरण है।
- ज़ेब्रा का नया घर: “सवाना की धारियां” कहे जाने वाले ज़ेब्रा अब भारत में अपने नए सुरक्षित आवास में पूरी तरह से फल-फूल रहे हैं।
- फ्लेमिंगो का झुंड: पीएम मोदी ने अभयारण्य में एक जीवंत और सुंदर फ्लेमिंगो झुंड के बीच से गुजरते हुए उनकी खूबसूरती को निहारा।
- बघेरों की खासियत: क्या आप जानते हैं कि बघेरों (तेंदुओं) के शरीर पर बने धब्बों को ‘रोसेट्स’ कहा जाता है? पीएम मोदी ने एक बचाए गए तेंदुए को नजदीक से देखा, जो अब इस सुरक्षित वातावरण में रह रहा है।
- अंगोला से बचाया गया सील: प्रधानमंत्री ने एक सील को विदाई देते हुए हाथ हिलाया। यह सील अंगोला से बचाई गई थी, जहां इसे फर और मांस व्यापार के लिए शिकार बनाया जाता था। वंतारा ने इसे अब सुरक्षित जीवन प्रदान किया है।
वन्यजीव संरक्षण की नई मिसाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनंत अंबानी की इस दूरदर्शी पहल की सराहना की, जिसमें संकटग्रस्त प्रजातियों को नया जीवन देने की कोशिश की जा रही है। वंतारा केवल एक आश्रय स्थल नहीं, बल्कि वन्यजीवों की रक्षा के लिए एक बड़ा आंदोलन है।
यहां शेर के शावकों को खाना खिलाने से लेकर दुर्लभ प्रजातियों के करीब जाने तक, ये सभी अनुभव यह दर्शाते हैं कि भारत वन्यजीव संरक्षण में किस तरह महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। यह पहल न केवल पशु संरक्षण को बढ़ावा देती है, बल्कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाती है।
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