Delhi Air Pollution News : राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। मंगलवार सुबह भी शहर के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 से ऊपर दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सुबह 8 बजे दिल्ली का औसत AQI ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ के बीच रहा, जबकि कई मॉनिटरिंग स्टेशनों पर यह 400 पार कर गया।
CPCB के आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार सुबह प्रमुख इलाकों में AQI इस प्रकार रहा:
- आनंद विहार: 406 (पिछले अपडेट के अनुसार, सुबह में 415 तक)
- अशोक विहार: 410 (सुबह में 417)
- बवाना: 403 (सुबह में 399)
- बुराड़ी: 376
- चांदनी चौक: 380 (सुबह में 388)
- आईटीओ: 402 (सुबह में 401)
- मुंडका: 426
- नजफगढ़: 348
- नरेला: 388
- रोहिणी: 356
- शादीपुर: 355
- वजीरपुर: 426 (कुछ रिपोर्ट्स में 434 तक)
AQI की श्रेणियां याद दिलाएं तो 0-50 ‘अच्छा’, 51-100 ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बहुत खराब’, 401-500 ‘गंभीर’ और 500 से ऊपर ‘गंभीर प्लस’ मानी जाती है। गंभीर स्तर पर हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 जैसे कणों की मात्रा बढ़ जाती है, जो सांस की बीमारियों, आंखों में जलन और हृदय संबंधी समस्याओं का कारण बनती है। स्वस्थ लोगों को भी बाहर निकलने में सावधानी बरतनी चाहिए।
बीते सप्ताह शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में AQI ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंचने के बाद ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का स्टेज-4 लागू कर दिया गया था। GRAP-4 के तहत निर्माण कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध, गैर-जरूरी ट्रकों की एंट्री पर रोक, पुराने डीजल-पेट्रोल वाहनों पर बैन और स्कूलों में कक्षा 5 तक ऑनलाइन पढ़ाई अनिवार्य है। कई स्कूलों में हाइब्रिड मोड अपनाया गया है, जबकि निजी कार्यालयों को 50% स्टाफ के साथ वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा देने के निर्देश हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी में कम हवा की गति, तापमान गिरावट और नमी के कारण प्रदूषक हवा में फंस जाते हैं, जिससे स्मॉग बढ़ता है। वाहनों का धुआं, निर्माण धूल, उद्योगों का उत्सर्जन और आसपास के क्षेत्रों से आने वाले प्रदूषक मुख्य कारण हैं। दिल्ली सरकार और CAQM सख्त निगरानी कर रही है, लेकिन नागरिकों से अपील है कि मास्क पहनें, अनावश्यक बाहर न निकलें और प्रदूषण कम करने में सहयोग करें।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में हवा में मामूली सुधार की उम्मीद है, लेकिन GRAP-4 तब तक लागू रहेगा जब तक AQI में स्थायी गिरावट न आए। दिल्लीवासियों के लिए यह सर्दी एक बार फिर स्वास्थ्य चुनौती बन गई है।
