Air Pollution News: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की 28 मार्च की रिपोर्ट के मुताबिक, मेघालय का बर्नीहाट (AQI 356) देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, इसके बाद गुवाहाटी (AQI 295) और श्रीगंगानगर (AQI 283) का नंबर है। छोटे शहरों में प्रदूषण बढ़ रहा है, जबकि दिल्ली (AQI 205) और फरीदाबाद (AQI 85) में हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ।
बेलगाम (AQI 36) की हवा सबसे साफ रही। देश के 20 शहरों में हवा ‘खराब’, 112 में ‘मध्यम’, 89 में ‘संतोषजनक’ और 16 में ‘बेहतर’ रही। कल से खराब हवा वाले शहरों में 18% बढ़ोतरी हुई, जबकि साफ हवा वाले शहरों में 7% सुधार देखा गया। प्रदूषण अब छोटे शहरों में भी बड़ी समस्या बन रहा है।
बड़े शहरों की स्थिति
- मुंबई: AQI 73 (संतोषजनक)
- लखनऊ: AQI 153 (मध्यम)
- चेन्नई: AQI 93 (संतोषजनक)
- चंडीगढ़: AQI 134 (मध्यम)
- हैदराबाद: AQI 99 (संतोषजनक)
- जयपुर: AQI 127 (मध्यम)
- पटना: AQI 194 (मध्यम)
- गाजियाबाद: AQI 248 (खराब)
- गुरुग्राम: AQI 220 (खराब)
- नोएडा: AQI 144 (मध्यम)
क्या कहते हैं आंकड़े?
- देश के सिर्फ 7% शहरों (16) में हवा ‘बेहतर’ (AQI 0-50) रही।
- 37% शहरों (89) में हवा ‘संतोषजनक’ (AQI 51-100) रही। कल यह संख्या 94 थी।
- 47% शहरों (112) में हवा ‘मध्यम’ (AQI 101-200) रही।
- 8% शहरों (20) में हवा ‘खराब’ (AQI 201-300) रही।
- कुल मिलाकर 56% शहरों में हवा चिंताजनक बनी हुई है।
AQI क्या होता है?
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) हवा में प्रदूषण के स्तर को मापने का तरीका है। इसे समझें:
- 0-50: बेहतर (साफ हवा)
- 51-100: संतोषजनक (हल्का प्रदूषण, सामान्य लोगों के लिए ठीक)
- 101-200: मध्यम (संवेदनशील लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए)
- 201-300: खराब (सभी के लिए खतरनाक, बाहर कम निकलें)
- 301-400: बहुत खराब (गंभीर स्थिति, सेहत को बड़ा नुकसान)
- 401-500: गंभीर (आपातकाल जैसी हालत)