क्या आप जानते हैं कि भारत के सिर्फ 5% शहरों में ही हवा साफ है? केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने 30 मार्च 2025 को जो आंकड़े जारी किए, उनके मुताबिक देश के ज्यादातर शहरों में प्रदूषण अब भी एक बड़ी समस्या बना हुआ है।
हालांकि कुछ शहरों में हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, लेकिन साफ हवा वाले शहरों की संख्या बहुत कम है। इस रिपोर्ट में मैहर (मध्य प्रदेश) की हवा को सबसे साफ बताया गया है, जहाँ वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 31 दर्ज किया गया। वहीं, ओडिशा का नयागढ़ सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहाँ AQI 234 तक पहुँच गया।
आइए, इस खबर को आसान भाषा में समझते हैं और जानते हैं कि देश के शहरों की हवा की हालत क्या है।
सबसे साफ और सबसे प्रदूषित शहर
- सबसे साफ हवा: मैहर (मध्य प्रदेश) में AQI 31 रहा, जो देश में सबसे अच्छी हवा की स्थिति दर्शाता है। यहाँ की हवा इतनी साफ है कि साँस लेने में कोई दिक्कत नहीं होती।
- सबसे प्रदूषित शहर: नयागढ़ (ओडिशा) में AQI 234 रहा। यहाँ की हवा मैहर से 7 गुना ज्यादा खराब है। इसके बाद बारबिल (ओडिशा) में AQI 231 और अहमदनगर (महाराष्ट्र) में AQI 227 दर्ज हुआ। ये शहर प्रदूषण के मामले में टॉप-3 में हैं।
- अन्य प्रदूषित शहर: मेघालय का बर्नीहाट (AQI 227), सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल, AQI 224), और चरखी दादरी (हरियाणा, AQI 216) भी सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। चरखी दादरी कल सबसे खराब था, लेकिन आज छठे नंबर पर आ गया।
देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में गुवाहाटी, रामनगर, हनुमानगढ़, और बक्सर जैसे शहर भी शामिल हैं।
हवा की स्थिति का हाल
CPCB के आंकड़ों के मुताबिक:
- साफ हवा (AQI 0-50): देश के सिर्फ 5% यानी 12 शहरों में हवा साफ है। इनमें मैहर, हुबली, कोप्पल, मदिकेरी, मंगलौर, शिवमोगा, तिरुनेलवेली, उज्जैन आदि शामिल हैं। अच्छी खबर यह है कि कल की तुलना में साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 9% से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है।
- संतोषजनक हवा (AQI 51-100): 37% यानी 87 शहरों में हवा संतोषजनक है। इनमें अमृतसर, कानपुर, कोल्हापुर, मैसूर, प्रयागराज, सूरत, तिरुवनंतपुरम जैसे शहर हैं। यहाँ हवा में प्रदूषण कम है और साँस लेना आसान है। कल से इन शहरों की संख्या में भी 9% का इजाफा हुआ।
- मध्यम हवा (AQI 101-200): 58% यानी 128 शहरों में हवा मध्यम श्रेणी में है। इनमें दिल्ली (AQI 138), मुंबई (AQI 129), लखनऊ (AQI 120), पटना (AQI 129), और जयपुर (AQI 113) शामिल हैं। यहाँ हवा ठीक है, लेकिन संवेदनशील लोगों (जैसे बच्चे, बुजुर्ग, या बीमार) को थोड़ी परेशानी हो सकती है।
- खराब हवा (AQI 201-300): 6% शहरों में हवा खराब है। इनमें नयागढ़, बारबिल, अहमदनगर जैसे शहर हैं। राहत की बात यह है कि कल की तुलना में खराब हवा वाले शहरों की संख्या 50% कम हुई है।
दिल्ली और आसपास की स्थिति
- दिल्ली: कल से प्रदूषण में सुधार हुआ है। AQI 15 अंक घटकर 138 पर आ गया, जो मध्यम श्रेणी में है। लेकिन जनवरी-फरवरी 2025 में दिल्ली की हवा हर दिन जहरीली रही। नवंबर 2024 में 8 दिन और दिसंबर में 6 दिन AQI “गंभीर” (401-500) स्तर पर था, जब साँस लेना भी मुश्किल हो गया था।
- फरीदाबाद: यहाँ प्रदूषण 47 अंक बढ़कर AQI 150 पर पहुँच गया, जो मध्यम श्रेणी में है।
- अन्य शहर: गाजियाबाद (AQI 158), गुरुग्राम (AQI 128), नोएडा (AQI 119), ग्रेटर नोएडा (AQI 137) में भी हवा मध्यम स्तर पर है।