भारत इस समय मौसम के दो विपरीत चेहरों का गवाह बन रहा है। एक ओर उत्तर और पश्चिम भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी हो रही है, तो दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण पूर्वी और दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश, तूफानी हवाओं और बिजली गिरने की आशंका बढ़ गई है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज सुबह, 26 सितंबर 2025 को अपने ताजा पूर्वानुमान में कई राज्यों के लिए रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किए हैं।
ओडिशा में रेड अलर्ट: भीषण बारिश और तूफान का खतरा
मौसम विभाग ने ओडिशा के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जहां कुछ हिस्सों में 204.5 मिमी से अधिक बारिश की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र तेजी से मजबूत होकर डिप्रेशन में बदल रहा है।
अनुमान है कि यह 27 सितंबर की सुबह दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकराएगा। इससे अगले दो-तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश, तूफानी हवाएं और समुद्र में ऊंची लहरें उठने की आशंका है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है।
ऑरेंज अलर्ट: छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश
छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 115.6 से 204.4 मिमी तक भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। इन क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।
मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। स्थानीय प्रशासन को जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
येलो अलर्ट: दक्षिणी राज्यों में मध्यम से भारी बारिश
कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और लक्षद्वीप में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश की संभावना है। इन राज्यों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। गरज के साथ बारिश और तेज हवाओं के कारण निचले इलाकों में जलभराव का खतरा बना हुआ है।
तेज हवाएं और बिजली गिरने का खतरा
तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने और बिजली गिरने की आशंका है।
बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तेलंगाना, केरल और लक्षद्वीप में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और वज्रपात की संभावना है।
असम, मेघालय, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर राज्यों में भी गरज के साथ बौछारें और बिजली गिरने का खतरा है।
आगामी मौसम का अनुमान
26 और 27 सितंबर को पूर्वी और दक्षिणी भारत में बारिश का दौर तेज रहेगा, खासकर तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भारी बारिश और तूफानी हवाओं की आशंका है।
दूसरी ओर, उत्तर और पश्चिम भारत में मानसून की विदाई के साथ मौसम में बदलाव शुरू हो चुका है। आने वाले दिनों में इन क्षेत्रों में ठंड का असर बढ़ेगा।
सावधानी और सतर्कता जरूरी: मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। खासकर तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़ और जलभराव के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है।
