Air Pollution News 23 जून 2025: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की 22 जून 2025 की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, नंदेसरी की हवा एक बार फिर देश में सबसे खराब रही, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 263 दर्ज किया गया। हालांकि, पिछले दिन की तुलना में नंदेसरी की हवा में 61 अंकों का सुधार देखने को मिला है। इसके बावजूद, देश के करीब 11% शहरों में हवा की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, और इन शहरों की संख्या में पिछले दिन की तुलना में 57% की वृद्धि हुई है।
सबसे प्रदूषित शहरों की सूची
रिपोर्ट के अनुसार, नंदेसरी के बाद बेगूसराय (AQI 198) दूसरे, भागलपुर (AQI 149) तीसरे, भीलवाड़ा (AQI 142) चौथे और लुधियाना (AQI 138) पांचवें स्थान पर हैं। गुरुग्राम (AQI 129), बागपत (AQI 121), समस्तीपुर (AQI 118), ब्रजराजनगर (AQI 117) और तुमिडीह (AQI 114) भी देश के दस सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। इन शहरों में प्रदूषण के प्रमुख स्रोतों में PM2.5 (नंदेसरी, बेगूसराय, भागलपुर आदि), ओजोन (गुरुग्राम, ब्रजराजनगर) और PM10 (बागपत, तुमिडीह, विशाखापत्तनम आदि) शामिल हैं।
शिलांग की हवा सबसे साफ
वहीं, शिलांग की हवा देश में सबसे साफ रही, जहां AQI केवल 14 दर्ज किया गया। नंदेसरी की तुलना में शिलांग की हवा 17 गुना बेहतर है। शिलांग के अलावा, देश के 78 शहरों, जैसे झांसी, कलबुर्गी, कोल्हापुर, मैसूर, नागपुर, पुदुचेरी, और सवाई माधोपुर में हवा ‘बेहतर’ (AQI 0-50) श्रेणी में रही। हालांकि, साफ हवा वाले शहरों की संख्या में पिछले दिन की तुलना में 8% से अधिक की कमी आई है।
दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा, फिर भी स्थिति संतोषजनक
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले दिन की तुलना में प्रदूषण के स्तर में 7 अंकों की वृद्धि हुई है, और AQI 92 तक पहुंच गया। इसके बावजूद, दिल्ली की हवा अभी भी ‘संतोषजनक’ (AQI 51-100) श्रेणी में बनी हुई है। CPCB ने फरीदाबाद के AQI डेटा को इस बार भी साझा नहीं किया है। गौरतलब है कि जनवरी से अप्रैल 2025 तक दिल्ली में एक भी दिन ऐसा नहीं रहा जब हवा को ‘बेहतर’ श्रेणी में रखा गया हो। नवंबर और दिसंबर 2024 में कई दिन AQI ‘गंभीर’ स्तर पर रहा, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हुई।
संतोषजनक हवा वाले शहर
देश के 112 शहरों, जैसे अहमदनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, पुणे, और पटना में हवा ‘संतोषजनक’ रही। हालांकि, इन शहरों की संख्या में भी 3% की कमी दर्ज की गई है। अन्य प्रमुख शहरों में ग्वालियर (AQI 47), गाजियाबाद (AQI 89), गुवाहाटी (AQI 48), नोएडा (AQI 113), चेन्नई (AQI 101), चंडीगढ़ (AQI 53), हैदराबाद (AQI 62), जयपुर (AQI 79), और पटना (AQI 74) शामिल हैं।
वायु गुणवत्ता सूचकांक का क्या अर्थ है?
AQI हवा की गुणवत्ता को मापने का एक मानक है:
- 0-50: बेहतर (साफ हवा)
- 51-100: संतोषजनक
- 101-200: मध्यम
- 201-300: खराब
- 301-400: बहुत खराब
- 401-500: गंभीर
‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ स्तर पर प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है, जबकि ‘गंभीर’ स्तर स्वस्थ लोगों को भी प्रभावित कर सकता है और बीमार व्यक्तियों के लिए जानलेवा हो सकता है।
प्रदूषण का उतार-चढ़ाव
CPCB के आंकड़ों के अनुसार, देश के 213 शहरों में से 78 में हवा ‘बेहतर’, 112 में ‘संतोषजनक’, और 22 में ‘मध्यम’ रही। नंदेसरी में AQI 263 के साथ सबसे खराब स्थिति है, जो पिछले दिन के 324 से बेहतर है। विश्लेषण से पता चलता है कि 37% शहरों में हवा साफ, 53% में संतोषजनक, और 11% में चिंताजनक है।
