आज बिहार के मोतिहारी में हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित रही, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 217 तक पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, मोतिहारी की हवा में प्रदूषण के महीन कण (PM2.5) हावी थे, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सुरक्षित मानकों से 1,345% अधिक है।
यह स्तर लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। कल औरंगाबाद (बिहार) में AQI 215 के साथ स्थिति सबसे खराब थी, लेकिन आज वहां 64 अंकों की कमी के साथ AQI 151 दर्ज किया गया। इस दौरान औरंगाबाद में PM10 प्रदूषक हावी रहा।
दूसरी ओर, शिलांग में आज देश की सबसे साफ हवा रही, जहां AQI महज 10 रिकॉर्ड किया गया। मोतिहारी की तुलना में शिलांग की हवा 20 गुना बेहतर है।CPCB के विश्लेषण के मुताबिक, देश के 53% शहरों में हवा साफ (AQI 0-50), 43% में संतोषजनक (AQI 51-100), और 5% शहरों में चिंताजनक स्थिति (AQI 101-200) है।
प्रदूषण के मामले में मोतिहारी के बाद औरंगाबाद (बिहार) (151), श्रीगंगानगर (129), थूथुकुडी (123), और मंगुराहा (117) शीर्ष पांच सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। अन्य प्रदूषित शहरों में छपरा (114), गुम्मिडिपूंडी (108), जैसलमेर (106), बक्सर (104), और सिंगरौली (101) शामिल हैं।
CPCB के विश्लेषण के मुताबिक, देश के 53% शहरों में हवा साफ (AQI 0-50), 43% में संतोषजनक (AQI 51-100), और 5% शहरों में चिंताजनक स्थिति (AQI 101-200) है।
प्रदूषण के मामले में मोतिहारी के बाद औरंगाबाद (बिहार) (151), श्रीगंगानगर (129), थूथुकुडी (123), और मंगुराहा (117) शीर्ष पांच सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। अन्य प्रदूषित शहरों में छपरा (114), गुम्मिडिपूंडी (108), जैसलमेर (106), बक्सर (104), और सिंगरौली (101) शामिल हैं।
प्रदूषकों का प्रभाव: मोतिहारी, श्रीगंगानगर, गुम्मिडिपूंडी, और सिंगरौली में PM2.5 प्रमुख प्रदूषक रहा, जबकि औरंगाबाद (बिहार), जैसलमेर, और वातवा में PM10 हावी था। कुछ शहरों में ओजोन और कार्बन जैसे प्रदूषक भी मौजूद थे।
साफ हवा वाले शहर: देश के 120 शहरों, जैसे अमृतसर, कोलकाता, मुंबई, मैसूर, नागपुर, और शिलांग में हवा साफ रही, जहां AQI 50 से नीचे रहा। हालांकि, संतोषजनक हवा वाले शहरों की संख्या में कल की तुलना में 16% की कमी आई है।
दिल्ली की स्थिति: दिल्ली में प्रदूषण में 16 अंकों की बढ़ोतरी के साथ AQI 71 दर्ज किया गया, जो संतोषजनक श्रेणी में है। पिछले कुछ महीनों में दिल्ली की हवा ज्यादातर संतोषजनक रही, लेकिन नवंबर और दिसंबर 2024 में कई दिन गंभीर स्तर पर थी।
संतोषजनक हवा वाले शहर: देश के 97 शहरों, जैसे गांधीनगर, गाजियाबाद, हैदराबाद, जयपुर, और लखनऊ में AQI 51-100 के बीच रहा। इन शहरों की संख्या में कल की तुलना में 21% की बढ़ोतरी हुई।
मध्यम श्रेणी के शहर: 10 शहरों, जैसे औरंगाबाद (बिहार), बक्सर, और श्रीगंगानगर में AQI 101-200 के बीच रहा, जो मध्यम श्रेणी को दर्शाता है। इनकी संख्या में 67% की बढ़ोतरी हुई।
वायु गुणवत्ता सूचकांक का मतलब:
- 0-50: साफ हवा, स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित।
- 51-100: संतोषजनक, मामूली जोखिम।
- 101-200: मध्यम, संवेदनशील लोगों के लिए जोखिम।
- 201-300: खराब, स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव।
- 301-400: बहुत खराब, लंबे समय तक नुकसान।
- 401-500: गंभीर, स्वस्थ और बीमार दोनों के लिए खतरनाक।