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भारत के कई हिस्सों में मॉनसून का कहर, भारी बारिश और बाढ़ से पूर्वोत्तर में 34 की मौत, हजारों फंसे

by kishanchaubey
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नई दिल्ली, 3 जून 2025: भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताजा अपडेट के अनुसार, देश के कई हिस्सों में मॉनसूनी गतिविधियां अपने चरम पर हैं, जिसके चलते भारी बारिश, तूफानी हवाएं और बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ रही हैं।

पूर्वी उत्तर प्रदेश से बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और असम तक फैली एक ट्रफ लाइन और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम और भी उग्र हो गया है। इसके परिणामस्वरूप, पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग प्रभावित हैं।

पूर्वोत्तर में बाढ़ का कहर

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, असम, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश के कारण बाढ़ ने तबाही मचाई है। सिक्किम में हजारों पर्यटक फंसे हुए हैं, जबकि मेघालय में 500 से अधिक लोग बाढ़ में घिरे हैं।

मणिपुर में 56,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, और 10,000 से अधिक मकान ध्वस्त हो गए हैं। मणिपुर फायर सर्विस, असम राइफल्स, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं। मेघालय में सेना के बचाव दल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लगे हैं।

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मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम विभाग के अनुसार, आज 3 जून 2025 को असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफानी हवाओं के साथ 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। अरुणाचल प्रदेश, केरल, माहे, कोंकण और गोवा में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।

बिहार, तटीय आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तेलंगाना और विदर्भ में 30-40 किमी/घंटा की तूफानी हवाओं के साथ वज्रपात का खतरा है। झारखंड, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बिजली गिरने और तूफानी हवाओं की आशंका है।

उत्तरी राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव

पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तरी पाकिस्तान, जम्मू, पंजाब और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती प्रसार सक्रिय है। पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब और उत्तराखंड में 50-60 किमी/घंटा की तूफानी हवाओं के साथ 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक भारी बारिश की संभावना है। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में 40-50 किमी/घंटा की हवाओं के साथ बौछारें और बिजली गिरने की आशंका है। पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी आंधी चलने की संभावना है।

मॉनसून की प्रगति

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसकी उत्तरी सीमा मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी, सैंडहेड द्वीप और बालुरघाट से होकर गुजर रही है।

समुद्री क्षेत्रों में खतरा

सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य अरब सागर में 45-55 किमी/घंटा की तूफानी हवाएं 65 किमी/घंटा तक तेज हो सकती हैं। दक्षिण-पश्चिम और मध्य अरब सागर, लक्षद्वीप, उत्तरी केरल, कर्नाटक तट, मन्नार की खाड़ी और बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में 35-45 किमी/घंटा की हवाएं 55 किमी/घंटा तक पहुंच सकती हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को इन क्षेत्रों में मछली पकड़ने या अन्य गतिविधियों से बचने की चेतावनी दी है।

तापमान और उमस

उत्तर-पश्चिम भारत में अगले दो दिनों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन अगले पांच दिनों में 3-5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। मध्य भारत में अगले पांच दिनों में 2-4 डिग्री की वृद्धि और पूर्वी भारत में अगले दो दिनों में 3-4 डिग्री की बढ़ोतरी की संभावना है। 2 जून को बांदा (पूर्वी उत्तर प्रदेश) में अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री और माथेरान (महाराष्ट्र) में न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री दर्ज किया गया।

3-6 जून तक ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगा मैदानी इलाकों, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में गर्म और उमस भरा मौसम बना रहेगा।

कल की बारिश

2 जून को असम और मेघालय के चेरापूंजी में 11 सेमी, धुबरी में 4 सेमी, अगरतला में 7 सेमी, तटीय कर्नाटक के मैंगलोर में 4 सेमी, केरल के कोझिकोड में 2 सेमी और अन्य कई क्षेत्रों में 1-2 सेमी बारिश दर्ज की गई।

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