Monsoon Havoc: पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्रों और आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिसके अगले 48 घंटों में उत्तरी ओडिशा, झारखंड और बिहार की ओर बढ़ने की संभावना है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस मौसमी सिस्टम के कारण कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि तेज हवाओं और अशांत समुद्री परिस्थितियों का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग, उत्तर-पश्चिम बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जो समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला है।
यह सिस्टम अगले 48 घंटों में कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो सकता है और पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा और झारखंड की ओर बढ़ेगा। मॉनसूनी ट्रफ श्रीगंगानगर, रोहतक, अलीगढ़, वाराणसी, देहरी और गंगीय पश्चिम बंगाल के कम दबाव वाले क्षेत्र से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है।
एक अन्य ट्रफ दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश से झारखंड और पश्चिम बंगाल तक सक्रिय है, जो बारिश को और बढ़ा रही है।बारिश का पूर्वानुमानआज, 1 जुलाई 2025 को निम्नलिखित क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश (115.6-204.4 मिमी) की चेतावनी:
- बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तराखंड, और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज और बिजली के साथ बारिश।
भारी बारिश (64.5-115.5 मिमी) की संभावना:
- पूर्वी राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, और पंजाब में वज्रपात के साथ बारिश।
- अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, गुजरात, झारखंड, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, विदर्भ, और पश्चिम बंगाल व सिक्किम में गरज और बिजली के साथ बारिश।
हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं (40-50 किमी/घंटा) की संभावना:
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में बौछारें और बिजली गिरने की आशंका।
- पूर्वी राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, ओडिशा, रायलसीमा, और पश्चिम मध्य प्रदेश में 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफानी हवाएं और बौछारें।
तेज सतही हवाएं और मछुआरों के लिए चेतावनीमौसम विभाग ने तेज सतही हवाओं (45-65 किमी/घंटा) की चेतावनी दी है:
- सोमालिया, ओमान, यमन, पश्चिम-मध्य और उत्तर-पूर्व अरब सागर, मन्नार की खाड़ी, और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर।
- मध्य और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी, उत्तरी बंगाल की खाड़ी, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश तट, और अंडमान सागर में 40-60 किमी/घंटा की गति से हवाएं।
इन परिस्थितियों के कारण समुद्र अशांत रहेगा, और मछुआरों को 4 जुलाई तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, और बांग्लादेश के तटों पर समुद्र की स्थिति खराब से बहुत खराब रहेगी।तापमान और उमस
- अधिकतम तापमान: कल, 30 जून को श्रीगंगानगर, राजस्थान में 40.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
- न्यूनतम तापमान: मध्य प्रदेश के खरगोन और नरसिंहपुर में 18.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
- गर्म और उमस भरा मौसम: आज, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, और कराईकल में गर्म और उमस भरी स्थिति बनी रहेगी।
कल की बारिश30 जून 2025 को निम्नलिखित क्षेत्रों में बारिश दर्ज की गई:
- 5 सेमी या अधिक बारिश: ग्वालियर (10 सेमी), वाराणसी (9 सेमी), बहराइच (7 सेमी), तेजपुर (7 सेमी), पोर्ट ब्लेयर (6 सेमी), बरेली (5 सेमी), जमशेदपुर (5 सेमी), और द्वारका (5 सेमी)।
- हल्की से मध्यम बारिश: पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, और अन्य राज्यों में।
प्रभावित क्षेत्र और सावधानियांपश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, झारग्राम, बांकुरा, और हुगली जैसे जिलों में भारी बारिश की संभावना है। उप-हिमालयी जिलों जैसे दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, और जलपाईगुड़ी में भी भारी बारिश का अनुमान है। बिहार में गंगा और कोसी नदियों के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।मौसम विभाग ने बिजली गिरने और तेज हवाओं से सावधान रहने की सलाह दी है। स्थानीय प्रशासन और निवासियों को सतर्क रहने और आवश्यक准备 करने की सलाह दी गई है।