जुलाई 2025 में मॉनसून ने पूरे भारत को अपने आगोश में ले लिया है, जिससे मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। गर्मी और उमस के बाद अब मॉनसून की बारिश ने जहां कुछ इलाकों में राहत पहुंचाई है, वहीं पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन, जलभराव और यातायात में व्यवधान जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।दिल्ली में मौसम का हालराष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में मॉनसून ने 29 जून 2025 को दस्तक दी। हालांकि, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक दिल्ली में उतनी बारिश नहीं हुई जितनी अपेक्षित थी।
आज, 2 जुलाई 2025 को दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश और बूंदाबांदी की संभावना है, जिससे उमस में कुछ राहत मिल सकती है। अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने दिल्ली-NCR के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि मौसम में बदलाव हो सकता है और लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
देशभर में मौसमी गतिविधियांमौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम झारखंड और आसपास के इलाकों में बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ गया है, लेकिन इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार अभी भी दक्षिण झारखंड में सक्रिय है।
मॉनसूनी ट्रफ बीकानेर, अजमेर, गुना, सतना, डाल्टनगंज, बाकुरा से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इसके अलावा, चक्रवाती प्रसार और हवाओं का ट्रफ देश के कई हिस्सों में सक्रिय है, जिसके चलते भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट
आज, 2 जुलाई 2025 को निम्नलिखित राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश (115.6 से 204.4 मिमी) की संभावना है:
- अरुणाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड इन इलाकों में बिजली कड़कने और गरज के साथ भारी बारिश होने का अनुमान है।
भारी बारिश का अलर्टनिम्नलिखित राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश की संभावना है:
- असम और मेघालय, बिहार, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक, झारखंड, केरल और माहे, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, सौराष्ट्र और कच्छ, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तेलंगाना, विदर्भ, पश्चिम राजस्थान इन क्षेत्रों में वज्रपात और तेज हवाओं (30-40 किमी/घंटा) के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है।
हल्की बारिश और तूफानी हवाएं
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद: इन क्षेत्रों में 40-50 किमी/घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाओं के साथ हल्की बारिश या बौछारें पड़ने की संभावना है।
- छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, झारखंड, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, विदर्भ: इन इलाकों में बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश हो सकती है।
तेज सतही हवाएंतटीय कर्नाटक, केरल और माहे, कोंकण और गोवा, लक्षद्वीप, ओडिशा, सौराष्ट्र और कच्छ में तेज सतही हवाएं चलने की संभावना है।
समुद्री क्षेत्रों में चेतावनीमौसम विभाग ने मछुआरों को सोमालिया, ओमान, यमन के तटों, पश्चिम-मध्य और पूर्व-मध्य अरब सागर, गुजरात, कोंकण और गोवा के तटों, उत्तर-पूर्व अरब सागर, मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तरी आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर 45-65 किमी/घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के कारण मछली पकड़ने या अन्य गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी है।तापमान और उमस
- तापमान: 1 जुलाई 2025 को तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस रहा। दिल्ली में तापमान में गिरावट देखी गई है, जिससे उमस से कुछ राहत मिली है।
- उमस: तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में आज भी गर्म और उमस भरा मौसम बना रहेगा।
कल की बारिश1 जुलाई 2025 को देश के कई हिस्सों में बारिश दर्ज की गई। कुछ प्रमुख स्थानों पर बारिश की मात्रा:
- मराठवाड़ा: परभणी (5 सेमी)
- पूर्वी मध्य प्रदेश: मलाजखंड (5 सेमी), सीधी (3 सेमी), मंडला और सिवनी (2 सेमी प्रत्येक)
- बिहार: डेहरी (4 सेमी), भागलपुर (2 सेमी)
- हिमाचल प्रदेश: मंडी (4 सेमी), शिमला-हवाई अड्डा (3 सेमी), सुंदरनगर और शिमला-शहर (2 सेमी प्रत्येक)
- कोंकण और गोवा: दहानु (4 सेमी)
- पंजाब: पटियाला (3 सेमी), चंडीगढ़ और लुधियाना (2 सेमी प्रत्येक)
- पश्चिमी मध्य प्रदेश: शाहपुर (3 सेमी), शिवपुरी और बैतूल (2 सेमी प्रत्येक)
- झारखंड: चाईबासा (2 सेमी)
- पूर्वी उत्तर प्रदेश: लखीमपुर खीरी (2 सेमी)
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश: उरई (2 सेमी)
- पश्चिम बंगाल (गंगा तटीय): बेरहामपुर (2 सेमी)
- हरियाणा: अंबाला (2 सेमी)
- छत्तीसगढ़: बिलासपुर (2 सेमी)
पहाड़ी इलाकों में तबाहीहिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई है। 1 जुलाई 2025 को मंडी में 11 बादल फटने की घटनाएं, चार फ्लैश फ्लड और एक बड़ा भूस्खलन दर्ज किया गया, जिसमें 10 लोगों की मौत और कई लोग लापता हुए।
उत्तराखंड में भी बादल फटने से दो लोगों की जान गई। इन घटनाओं ने स्थानीय जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। मौसम विभाग ने हिमाचल के कांगड़ा, सोलन और सिरमौर जिलों में आज भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है।सावधानियां और सलाह
- भारी बारिश और वज्रपात के दौरान खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे न रुकें।
- जलभराव वाले इलाकों में सावधानी बरतें और यातायात व्यवधान से बचने के लिए मौसम अपडेट्स पर नजर रखカें।
- मछुआरों को तूफानी हवाओं के कारण समुद्री क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। मॉनसून की सक्रियता के कारण अगले कुछ दिनों तक देश के कई हिस्सों में बारिश और मौसमी गतिविधियां जारी रहेंगी।