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भारत में मानसून ने पकड़ी रफ्तार, भारी बारिश और बाढ़ का खतरा, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

by kishanchaubey
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नई दिल्ली, 11 जुलाई 2025: जुलाई के दूसरे सप्ताह में मानसून ने देश भर में रफ्तार पकड़ ली है। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक जमकर बारिश हो रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार मानसूनी बारिश में कुछ बदलाव देखने को मिल रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में बादल फटने की घटनाओं ने जानमाल को भारी नुकसान पहुंचाया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 11 जुलाई 2025 को देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

मौसमी गतिविधियों का हाल

मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण झारखंड और आसपास के इलाकों में बना कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर पड़ गया है, लेकिन इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार अभी भी सक्रिय है।

मानसून की ट्रफ श्री गंगानगर, चूरू, सतना, डाल्टनगंज, दीघा से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और तूफानी हवाओं की आशंका है।

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कहां होगी भारी बारिश ?

मौसम विभाग ने निम्नलिखित क्षेत्रों के लिए बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है:

  • पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश: गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश (115.6-204.4 मिमी) की संभावना।
  • अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, विदर्भ: गरज और वज्रपात के साथ भारी बारिश (64.5-115.5 मिमी)।
  • बिहार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम मध्य प्रदेश, पश्चिम राजस्थान: 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफानी हवाओं के साथ बौछारें और वज्रपात।
  • असम, मेघालय, तटीय आंध्र प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश: बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश।

बाढ़ और जलभराव का खतरा

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में निम्नलिखित क्षेत्रों में अचानक बाढ़ और जलभराव की चेतावनी दी है:

  • छत्तीसगढ़: बलरामपुर, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा, कोरिया, रायपुर, राजनांदगांव।
  • पूर्वी मध्य प्रदेश: अनूपपुर, बालाघाट, छतरपुर, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, निवाड़ी, पन्ना, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, शहडोल, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़, उमरिया।
  • पश्चिमी मध्य प्रदेश: अशोकनगर, दतिया, गुना, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, विदिशा।
  • झारखंड: गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, सिमडेगा।
  • हिमाचल प्रदेश: चंबा, किन्नौर, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन।
  • उत्तराखंड: अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल, उत्तरकाशी।

तापमान और बारिश का हाल

10 जुलाई 2025 को तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मध्य प्रदेश के खंडवा में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

10 जुलाई को बारिश का रिकॉर्ड:

  • पश्चिम मध्य प्रदेश: ग्वालियर (7 सेमी), दतिया (2 सेमी)।
  • छत्तीसगढ़: रायपुर (6 सेमी), बिलासपुर (3 सेमी)।
  • पूर्वी मध्य प्रदेश: रीवा (6 सेमी)।
  • पश्चिमी राजस्थान: चूरू (4 सेमी)।
  • पूर्वी उत्तर प्रदेश: हमीरपुर (4 सेमी), बहराइच, कानपुर (2-2 सेमी)।
  • केरल और माहे: त्रिशूर (3 सेमी)।
  • ओडिशा: संबलपुर (3 सेमी), ढेंकनाल (2 सेमी)।
  • बिहार: गया (3 सेमी)।
  • पश्चिम उत्तर प्रदेश: झांसी, आगरा (3-3 सेमी), शाहजहांपुर (2 सेमी)।
  • उत्तराखंड: मुक्तेश्वर (3 सेमी)।
  • जम्मू-कश्मीर और लद्दाख: गुलमर्ग (2 सेमी)।
  • पूर्वी राजस्थान: जयपुर (2 सेमी)।
  • अंडमान-निकोबार: लॉन्ग (2 सेमी)।
  • पंजाब: अमृतसर (2 सेमी)।
  • दिल्ली: सफदरजंग, पालम (2-2 सेमी)।
  • पश्चिम बंगाल: कोलकाता (2 सेमी)।

मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। स्थानीय प्रशासन को भी राहत और बचाव कार्यों के लिए तैयार रहने को कहा गया है।

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