दिल्ली में तीन प्रमुख सड़क परियोजनाओं के लिए पेड़ काटने की अनुमति को लेकर लोक निर्माण विभाग (PWD) और वन विभाग के बीच एक नई बैठक आयोजित की गई। मुआवजे के तौर पर PWD ने अपने अधिकार क्षेत्र के तहत सड़कों के किनारे पेड़ लगाने का वादा किया है।
पिछले हफ्ते हुई बैठक में पंजाबी बाग, आनंद विहार और नंद नगरी फ्लाईओवर पर चर्चा हुई। इनमें से पहले दो परियोजनाएं अपने अंतिम चरण में हैं, जबकि नंद नगरी फ्लाईओवर का कुछ सिविल कार्य अभी बाकी है। PWD के अधिकारियों के अनुसार, जल्द ही वन विभाग से लंबित अनुमतियां मिलने की उम्मीद है।
पंजाबी बाग फ्लाईओवर का उद्देश्य पश्चिमी दिल्ली में ट्रैफिक जाम को कम करना है। 1.3 किलोमीटर लंबा यह फ्लाईओवर, जिसमें छह लेन हैं, ईएसआई मेट्रो स्टेशन और पंजाबी बाग क्लब रोड के बीच बनाया जा रहा है। हालांकि इसे जनवरी में पूरा होना था, लेकिन इसकी समय सीमा पहले अप्रैल, फिर सितंबर तक बढ़ाई गई। फिलहाल काम अभी भी अधूरा है। इस परियोजना के एक हिस्से, मोती नगर फ्लाईओवर को मार्च में जनता के लिए खोला गया था, लेकिन मुख्य फ्लाईओवर के अधूरे होने के कारण इस मार्ग पर अक्सर भारी जाम लगता है। फ्लाईओवर के बीच में दो पेड़ हैं, जिनके कारण काम प्रभावित हो रहा है।