CPCB की नई रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदूषण के मामले में देश का सबसे प्रदूषित शहर पंजाब का फतेहगढ़ साहिब जिला में मंडी गोबिंदगढ़ का इलाका सबसे ऊपर है, जहां हवा में घुला जहर लोगों को बेहद बीमार बना देने के लिए काफी है। गौरतलब है कि मंडी गोबिंदगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई बढ़कर 255 पर पहुंच गया है। इसी तरह मेघालय का बर्नीहाट (211) में भी स्थिति दम घोटने वाली बनी हुई है।
वहीं दूसरी तरफ एक बार फिर देश में भोपाल शहर में स्थित पालकालाइपेरुर की हवा सबसे स्वच्छ रही, जहां एक्यूआई 11 दर्ज किया गया है। ऐसे में देश के सबसे प्रदूषित शहर मंडी गोबिंदगढ़ की तुलना पालकालाइपेरुर से करें तो स्थिति 23 गुणा ज्यादा खराब है।
बर्नीहाट-मंडी गोबिंदगढ़ की तरह ही देश के जिन दस शहरों में वायु गुणवत्ता सबसे खराब है, उनमें गाजियाबाद, बिलीपाड़ा, दुर्गापुर, बुलन्दशहर, धौलपुर, हापुड, मुजफ्फरनगर, अमृतसर शामिल थे। कुल मिलाकर देखें तो देश के करीब 22 फीसदी शहरों में वायु गुणवत्ता का स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
सीपीसीबी (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) द्वारा जारी ताजा रुझानों के मुताबिक देश के 61 शहरों में वायु गुणवत्ता बेहतर बनी हुई है। इन शहरों में गंगटोक, हसन, हुबली, झांसी, कडपा, कलबुर्गी, कांचीपुरम, कारवार, कटिहार, कोलार, कोप्पल, मदिकेरी, मंगलौर, मोतिहारी, मुंगेर, मैसूर, नाहरलगुन, नयागढ़ आदि शहर शामिल थे। हालांकि कल के मुकाबले देखें तो देश में बेहतर वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में 37 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है।
राजधानी दिल्ली से जुड़े आंकड़ों पर गौर करें तो कल से प्रदूषण की स्थिति में इजाफा हुआ है। दिल्ली में 24 अंकों के उछाल के साथ वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़कर 151 पर पहुंच गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक देश में फरीदाबाद की तरह ही 132 अन्य शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक बनी हुई है। इन शहरों में मालेगांव, मंडीदीप, मंगुराहा, मिलुपारा, मीरा-भायंदर, मुरादाबाद, मुंबई, मुजफ्फरपुर, नगांव, नागपुर, नलबाड़ी, नांदेड़, नारनौल, नासिक, नवी मुंबई, ऊटी, पाली, पलवल, पंचकुला, पानीपत आदि शहर शामिल थे। वहीं कल से तुलना करें तो देश में संतोषजनक हवा वाले शहरों की संख्या में करीब 13 फीसदी का इजाफा हुआ है।
वहीं दिल्ली की तरह ही देश के 51 अन्य शहरों में वायु गुणवत्ता मध्यम बनी हुई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा एक अक्टूबर 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 248 में से 61 शहरों में हवा ‘बेहतर’ (0-50 के बीच) रही। वहीं 133 शहरों में वायु गुणवत्ता ‘संतोषजनक’ (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 30 सितम्बर 2024 यह आंकड़ा 118 दर्ज किया गया था। 52 शहरों में वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ (101-200 के बीच) रही।
दूसरे शहरों की तुलना में मंडी गोबिंदगढ़ (255) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 300 के करीब पहुंच गया है। यदि दिल्ली (151) की बात करें तो वहां वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में पहुंच गई है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स में कल से 24 अंकों का उछाल आया है।
दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 88, गाजियाबाद में 170, गुरुग्राम में 106, नोएडा में 148, ग्रेटर नोएडा में 141 पर पहुंच गया है।
देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 66 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के ‘संतोषजनक’ स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 99, चेन्नई में 46, चंडीगढ़ में 85, हैदराबाद में 76, जयपुर में 126 और पटना में 89 दर्ज किया गया।
इसी तरह फरीदाबाद में भी प्रदूषण के स्तर में कल से 12 अंकों का उछाल आया है। हालांकि फरीदाबाद में अभी भी वायु गुणवत्ता का स्तर संतोषजनक बना हुआ है। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली की वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में बरकरार है।