MahaKumbh 2025: केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने राज्यसभा में बताया कि प्रयागराज में किसी भी नाले के माध्यम से अनुपचारित या प्रदूषित जल को गंगा या यमुना नदी में नहीं छोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन (NMCG) के तहत कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
महाकुंभ 2025 के लिए विशेष तैयारी
चौधरी ने जानकारी दी कि नमामि गंगे मिशन-द्वितीय के तहत प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान गंगा और यमुना में प्रदूषित जल के प्रवाह को रोकने के लिए एक परियोजना को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना के तहत आंशिक वित्तीय सहायता प्रदान की गई है, जिससे नालों के जल को उपचारित किया जा सके।
इसके अतिरिक्त, स्वच्छता व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 48,100 शौचालय और मूत्रालय तथा 20,000 ठोस अपशिष्ट डिब्बे और लाइनर बैग उपलब्ध कराए गए हैं।
331 परियोजनाएं पर्यावरण मंजूरी के इंतजार में
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने लोकसभा में बताया कि पर्यावरण मंजूरी न मिलने के कारण 331 परियोजनाएं लंबित हैं। उन्होंने कहा कि 4 फरवरी 2025 तक केंद्र और राज्य सरकारों से जुड़े इन प्रस्तावों को पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण (SEIAA) के पास भेजा गया है।
पीएम 2.5 वायु प्रदूषण पर लैंसेट रिपोर्ट का निष्कर्ष
लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया कि वायु प्रदूषण और मृत्यु दर के बीच कोई प्रत्यक्ष संबंध स्थापित करने के लिए निर्णायक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि, वायु प्रदूषण कई स्वास्थ्य समस्याओं, विशेष रूप से सांस संबंधी बीमारियों को बढ़ाने वाले कारकों में से एक है।
उन्होंने कहा कि लैंसेट प्लैनेट हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन सांख्यिकीय मॉडलिंग पर आधारित था, लेकिन इसमें प्रत्यक्ष कारण और मृत्यु दर का विश्लेषण नहीं किया गया।
डीजल और पेट्रोल वाहनों पर नए नियम
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MORTH) ने प्रदूषणकारी वाहनों को हटाने के लिए ‘वाहन स्क्रैपिंग नीति’ और ‘वी-वीएमपी’ नामक कार्यक्रम तैयार किया है। इसके तहत, सभी पुराने वाहनों की फिटनेस स्वचालित परीक्षण केंद्रों में जांची जाएगी, और अनुपयुक्त वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा।
भारत की ऊर्जा संरक्षण उपलब्धियां
विद्युत मंत्रालय में राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने राज्यसभा में बताया कि भारत का ऊर्जा संरक्षण प्रदर्शन वैश्विक औसत से बेहतर है। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) के अनुसार, 2010-19 के दौरान वैश्विक ऊर्जा तीव्रता में 2% सुधार हुआ, जबकि भारत में यह 2.5% था।
2021-24 की अवधि में, वैश्विक ऊर्जा तीव्रता में 1.3% सुधार हुआ, जबकि भारत ने 1.6% सुधार दर्ज किया। 2024 के अंत तक भारत की ऊर्जा तीव्रता में 2.5% सुधार की उम्मीद है।
देश में भूजल प्रदूषण की स्थिति
राज्यसभा में केंद्रीय भूजल बोर्ड (CGWB) की भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट 2024 पेश की गई, जिसमें बताया गया कि 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 440 जिलों में नाइट्रेट स्तर अनुमेय सीमा से अधिक पाया गया है।
- 263 जिलों में फ्लोराइड की मात्रा अधिक पाई गई।
- 118 जिलों में आर्सेनिक स्तर अनुमेय सीमा से ज्यादा है।
अमृत सरोवर मिशन: जल संरक्षण में बड़ी सफलता
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री राज भूषण चौधरी ने बताया कि अमृत सरोवर मिशन के तहत देश में जल संरक्षण को मजबूत किया गया है। अप्रैल 2022 में शुरू हुए इस मिशन का लक्ष्य प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर (तालाब) विकसित करना था।
अब तक 68,000 से अधिक अमृत सरोवर बनाए जा चुके हैं, जिससे भूजल स्तर में सुधार हुआ है। केंद्रीय भूजल बोर्ड के अनुसार, 2017 में 13.98 बिलियन क्यूबिक मीटर (BCM) जल पुनर्भरण हुआ था, जो 2024 में बढ़कर 25.34 BCM हो गया है।