Jammu: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले की भद्रवाह घाटी में पिछले एक महीने से लगातार जंगलों में आग लगने के कारण क्षेत्र धुएं से भर गया है। इस स्थिति को देखते हुए डोडा प्रशासन ने गुरुवार को एक एडवाइजरी जारी कर लोगों को मास्क पहनने और घर के अंदर रहने की सलाह दी है।
सूखी जलवायु और आग का खतरा
डोडा के अतिरिक्त उपायुक्त सुनील कुमार ने बताया, “यह सूखे मौसम का चरम समय है। बारिश नहीं होने के कारण जंगल और खेत पूरी तरह सूख गए हैं। इससे जंगलों में आग लगने का खतरा बढ़ गया है। आग से निकलने वाला धुआं वायु को प्रदूषित कर रहा है, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।”
उन्होंने जनता से अपील की कि वे बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें और यदि निकलना पड़े तो मास्क का इस्तेमाल करें।
स्थानीय लोगों की परेशानी
स्थानीय निवासियों ने जंगल की आग से उत्पन्न धुएं के कारण सांस लेने में कठिनाई और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत की है।
- मनिषा कोमल, एक स्थानीय छात्रा, ने बताया,”पिछले एक महीने से जंगलों में आग जल रही है, जिससे भारी मात्रा में प्रदूषण हो रहा है। हमें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। प्रशासन को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करना चाहिए।”
- इम्तियाज उर रहमान, एक अन्य निवासी, ने कहा,”धुएं के कारण वाहन चलाने में परेशानी हो रही है, खासकर ऊंची पहाड़ियों पर। यह दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ा रहा है।”
जंगलों में आग लगाने वालों पर कार्रवाई की मांग
रहमान ने बताया कि कुछ लोग जानबूझकर जंगलों में आग लगा रहे हैं। उन्होंने वन विभाग से ऐसे लोगों की पहचान करने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। “यह आग पूरे क्षेत्र को धुएं और प्रदूषण से भर देती है, जिससे गांव और कस्बों के लोग बेहद परेशान हैं।”
वन विभाग और फायर सर्विस सतर्क
जंगल की आग को रोकने के लिए वन विभाग और अग्निशमन सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है। आग पर काबू पाने और इसके प्रभाव को कम करने के लिए प्रशासन ने त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
प्रभावित इलाकों की स्थिति
- पूरे भद्रवाह घाटी में धुएं का घना आवरण छा गया है।
- धुएं के कारण एक कोहरे जैसी स्थिति बन गई है, जिससे लोगों को स्वास्थ्य और परिवहन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
- जंगलों में लगातार आग लगने के कारण प्राकृतिक पर्यावरण और वन्यजीवों को भी नुकसान हो रहा है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने जनता से सतर्क रहने, मास्क पहनने और आग लगाने वालों की जानकारी वन विभाग को देने की अपील की है। इसके साथ ही, आग से प्रभावित क्षेत्रों में आग बुझाने और राहत कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं।