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तमिलनाडु में जब्त हाथी दांत: कर्नाटक के बन्नेरघट्टा वन गोदाम से चोरी होने का शक

by kishanchaubey
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Ivory Seized in Tamil Nadu: कर्नाटक सीआईडी फॉरेस्ट सेल ने तमिलनाडु के कृष्‍णागिरी जिले में एक किसान से दो हाथी दांत जब्त किए हैं। ये दांत बन्नेरघट्टा नेशनल पार्क (BNP) के गोदाम से चोरी हुए हो सकते हैं। हालांकि, BNP के अधिकारियों का दावा है कि हाल ही में गोदाम में की गई ऑडिट में सबकुछ सुरक्षित पाया गया है।

हाथी दांत के साथ पकड़ा गया किसान

सीआईडी फॉरेस्ट सेल की मोबाइल स्क्वाड ने तमिलनाडु के कृष्‍णागिरी जिले में नाकुलैया नाम के 30 वर्षीय किसान को गिरफ्तार किया। वह अपने मोटरसाइकिल पर एक प्लास्टिक बैग में दो हाथी दांत छिपाकर बेचने की कोशिश कर रहा था। जब्त किए गए दांतों का वजन 8.10 किलो है।

दांतों पर ‘SC’ लिखा हुआ पाया गया

सीआईडी अधिकारियों ने दांतों पर लाल स्याही से लिखा ‘SC’ देखकर संदेह जताया कि ये पहले किसी सरकारी एजेंसी द्वारा जब्त किए गए हो सकते हैं।

नाकुलैया ने पूछताछ में बताया कि उसने ये दांत अपने बड़े भाई चिनैया से लिए थे, जो कुछ महीने पहले तक BNP में अनुबंधित वन रक्षक के तौर पर काम कर रहा था। चिनैया ने नौकरी छोड़ने के बाद ये दांत उनके घर के पीछे गाड़ दिए थे और नाकुलैया से कहा था कि उन्हें बेचकर पैसे कमाए जाएं।

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पारिवारिक झगड़े और आर्थिक संकट

नाकुलैया ने बताया कि नवंबर में उनके पिता की मृत्यु हो गई, जिसके अंतिम संस्कार का खर्च वहन करने में उसे कर्ज लेना पड़ा। चिनैया गांव छोड़कर चला गया और सभी खर्च नाकुलैया को उठाने पड़े। कर्ज चुकाने के लिए उसने दांत खोदकर बेचने की कोशिश की।

BNP का दावा: ऑडिट में सब सुरक्षित

सीआईडी फॉरेस्ट सेल ने जब घटना की जानकारी BNP अधिकारियों को दी, तो उन्होंने तुरंत गोदाम का ऑडिट किया। BNP के वरिष्ठ वन अधिकारियों ने दावा किया कि गोदाम में सभी जब्त वस्तुएं सुरक्षित हैं।

एक अधिकारी ने कहा, “चिनैया कुछ महीने पहले अनुबंध पर कार्यरत था, लेकिन उसके शिकारी गिरोह से संबंध होने के आरोपों के कारण उसे हटा दिया गया था। BNP का यह भी दावा है कि उनके यहां ‘SC’ मार्किंग का उपयोग नहीं किया जाता है।”

चोरी का शक: BNP से चेन्नई चिड़ियाघर तक

सूत्रों के अनुसार, BNP में जब्त वन्यजीव सामग्री को कागजी कार्रवाई पूरी होने तक गोदाम में रखा जाता है, जिसके बाद उन्हें जालहल्ली स्थित वन गोदाम में भेज दिया जाता है। इस दौरान चोरी होने का संदेह जताया जा रहा है।

सितंबर 2024 में चेन्नई के वंडलूर स्थित अरिग्नार अन्ना जूलॉजिकल पार्क से भी दो हाथी दांत चोरी होने की जांच में यह खुलासा हुआ था कि चिड़ियाघर के अंदरूनी लोग जब्त दांतों को काले बाजार में बेच रहे थे। अधिकारियों को शक है कि लगभग एक टन हाथी दांत गायब हो चुके हैं।

वर्तमान जांच

सीआईडी फॉरेस्ट सेल अब इस पहलू की जांच कर रही है कि क्या यह चोरी का हिस्सा है। कई मामलों में जब्त सामग्री में समान मार्किंग पाए जाने से संकेत मिलता है कि एक बड़ा तस्करी नेटवर्क सक्रिय हो सकता है।

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