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50 वर्षों में वन्यजीव आबादी में भारी गिरावट, लैटिन अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित

by reporter
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हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट में 1970 से 2020 के बीच वन्यजीव आबादी में गंभीर गिरावट का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर वन्यजीवों की आबादी में 73% की कमी आई है, जिसमें सबसे तेज गिरावट लैटिन अमेरिका में दर्ज की गई है। यह अध्ययन यूके के ज़ूलॉजिकल सोसाइटी ऑफ़ लंदन (ZSL) और WWF द्वारा किया गया है, जिसमें 5,000 से अधिक प्रजातियों के उभयचर, स्तनधारी, पक्षी, मछली और सरीसृप शामिल किए गए।

अफ्रीका में वन्यजीवों की आबादी में 76% की गिरावट और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 60% की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, उत्तरी अमेरिका और यूरोप में क्रमशः 39% और 35% की कम गिरावट देखी गई है। शोधकर्ताओं के अनुसार, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में कम गिरावट का कारण यह है कि 1970 से पहले ही ये क्षेत्र काफी विकसित हो चुके थे, और उस समय तक प्रकृति पर बड़े पैमाने पर प्रभाव स्पष्ट हो चुके थे।

सबसे चिंताजनक स्थिति लैटिन अमेरिका और कैरेबियन क्षेत्र में देखी गई, जहां 95% वन्यजीव आबादी में गिरावट आई है। रिपोर्ट के अनुसार, इस क्षेत्र में आवास की हानि, जलवायु परिवर्तन और अन्य कारकों के चलते जैव विविधता पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है।

वन्यजीवों की इस गिरावट के पीछे कृषि, आवास की हानि, आक्रामक प्रजातियां, अति-शोषण, बीमारियां, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन जैसे कई कारण जिम्मेदार हैं। रिपोर्ट के अनुसार, जब किसी प्रजाति की आबादी एक निश्चित स्तर से नीचे गिर जाती है, तो वह अपने पारिस्थितिकी तंत्र में अपनी सामान्य भूमिका निभाने में सक्षम नहीं रह पाती, जिससे पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन बिगड़ जाता है।

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रिपोर्ट चेतावनी देती है कि अगर ये रुझान जारी रहते हैं, तो कई महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र एक ऐसे मोड़ पर पहुंच सकते हैं, जहां से वापस लौटना मुश्किल होगा। अमेज़न वर्षावन, जो अभी एक कार्बन सिंक है, जल्द ही एक स्थायी कार्बन स्रोत में बदल सकता है, जिससे वैश्विक मौसम पैटर्न पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। इसी तरह, कोरल रीफ्स के व्यापक विनाश से तटीय समुदायों के लिए भोजन और तूफान से सुरक्षा प्रदान करने की उनकी क्षमता बाधित हो सकती है।

इस संकट से निपटने के लिए रिपोर्ट में खाद्य, ऊर्जा और वित्तीय प्रणालियों में व्यापक परिवर्तन की आवश्यकता पर बल दिया गया है। रिपोर्ट के निष्कर्ष में कहा गया है, “हमें मिलकर सफल होना होगा। हमारे पास केवल एक जीवित ग्रह है, और इसे सही करने का एक ही मौका है।”

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