कर्नाटक के बेंगलुरु से सटे बन्नरघट्टा जंगल से 100 से अधिक हाथी तमिलनाडु के होसुर इलाके में स्थित सनमावु रिजर्व फॉरेस्ट पहुंचे हैं। इनमें से 32 हाथियों का झुंड सनमावु जंगल में डेरा डाले हुए है।
वन विभाग के अनुसार, ये हाथी दो समूहों में बंट गए हैं। पहले झुंड में 11 हाथी, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, डेनकनिकोट्टई के पास बेवनथम इलाके में डेरा डाले हुए हैं। वहीं, दूसरे झुंड में 21 हाथी ओन्नाकुरिक्की क्षेत्र में मौजूद हैं।
वन विभाग ने चेतावनी दी है कि ये हाथी फसलों को नुकसान पहुंचाने या पानी की तलाश में आसपास के खेतों और गांवों की ओर जा सकते हैं। इसके चलते, वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से जंगल में न जाएं और खासकर रात के समय बाहर निकलने से बचें।
वन अधिकारी ने कहा, “यह सावधानी बरतना जरूरी है कि लोग रात में खेतों में न रुकें और उन इलाकों में जाने से बचें जहां हाथियों के आने की संभावना हो सकती है।”
वन विभाग की टीमें हाथियों के झुंड पर नजर बनाए हुए हैं और मानव-हाथी संघर्ष को रोकने के लिए प्रयास कर रही हैं।
कोयंबटूर में जंगली हाथी ने युवक का पीछा किया
इससे जुड़े एक अन्य मामले में, कोयंबटूर के थोंडामुथुर इलाके में एक जंगली हाथी ने एक युवक का पीछा किया। युवक जंगल के पास हाथी का वीडियो अपने मोबाइल फोन से बना रहा था।
घटना नारसीपुरम इलाके में हुई, जहां युवक किसी तरह एक घर में घुसकर अपनी जान बचाने में कामयाब रहा।
वन विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे जंगली जानवरों के करीब जाने या उन्हें उकसाने से बचें, क्योंकि इससे जान को खतरा हो सकता है।
हाथी क्यों जंगल छोड़कर इंसानी बस्तियों की ओर बढ़ रहे हैं?
हाथियों का जंगल छोड़कर मानव बस्तियों की ओर आने का मुख्य कारण खाद्य और जल की कमी है। जैसे-जैसे जंगल सिकुड़ रहे हैं और संसाधनों की उपलब्धता घट रही है, जंगली जानवर मजबूरन इंसानी इलाकों का रुख कर रहे हैं।
वन विभाग इस समस्या का हल निकालने के लिए कई कदम उठा रहा है, जैसे:
- हाथियों के लिए कृत्रिम जल स्रोत बनाना।
- फसल सुरक्षा के लिए बिजली की बाड़ और सायरन सिस्टम लगाना।
- मानव-हाथी संघर्ष को रोकने के लिए जागरूकता अभियान।
लोगों से अपील:
वन विभाग ने अपील की है कि लोग हाथियों को परेशान न करें और उन्हें देखने या वीडियो बनाने की कोशिश में उनके पास न जाएं। यह जानवरों को आक्रामक बना सकता है और इससे अप्रिय घटनाएं हो सकती हैं।
अगर आप अपने इलाके में जंगली जानवर देखें, तो तुरंत नजदीकी वन विभाग को सूचित करें।