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भारत में मानसून की वापसी के बीच भारी बारिश, पूर्वोत्तर और दक्षिण में सबसे ज्यादा प्रभाव

by kishanchaubey
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भारत में सितंबर 2025 के मध्य में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तर-पश्चिम भारत से धीरे-धीरे वापसी कर रहा है, लेकिन देश के अन्य हिस्सों में सक्रिय मौसमी प्रणालियों के कारण भारी बारिश का सिलसिला जारी है।

मौसम विभाग (IMD) ने 16 सितंबर 2025 को अपने ताजा अपडेट में कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश, अचानक बाढ़ और जलभराव का अलर्ट जारी किया है।

उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून की वापसी

मौसम विभाग के अनुसार, 14 सितंबर को राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों से मानसून की वापसी शुरू हुई थी। 16 सितंबर तक मानसून की वापसी रेखा श्रीगंगानगर, नागौर, जोधपुर और बाड़मेर से होकर गुजर रही है।

अगले 24 घंटों में यह राजस्थान, पंजाब और गुजरात के कुछ और हिस्सों से पीछे हट सकता है। हालांकि, देश के अन्य हिस्सों में मानसून अभी भी सक्रिय है, जिससे कई राज्यों में भारी बारिश और मौसमी जोखिम की स्थिति बनी हुई है।

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पूर्वोत्तर भारत में मौसम का मिजाज

पूर्वोत्तर भारत में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। अरुणाचल प्रदेश में 16 और 17 सितंबर को भारी से बहुत भारी बारिश (115.6–204.4 मिमी) की संभावना है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

20 और 21 सितंबर को भी यहां भारी बारिश (64.5–115.5 मिमी) के साथ येलो अलर्ट जारी है। असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में 16 से 21 सितंबर तक भारी बारिश (64.5–115.5 मिमी) का दौर जारी रहेगा, और इन राज्यों के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया गया है।

भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और निचले इलाकों में जलभराव का खतरा है। सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में भी 16 और 17 सितंबर को भारी बारिश (64.5–115.5 मिमी) की आशंका है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी है।

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