नई दिल्ली, 12 जून 2025: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के 11 जून 2025 के आंकड़ों के अनुसार, गुरुग्राम की हवा देश में सबसे अधिक प्रदूषित रही, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 246 तक पहुंच गया। विश्लेषण से पता चला कि गुरुग्राम में प्रदूषण के महीन कण पीएम10 का स्तर हावी रहा। वहीं, दिल्ली में प्रदूषण में उछाल के साथ AQI 245 पर पहुंचा, जिससे यह देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया।
कल अंडमान निकोबार की राजधानी श्री विजया पुरम की हवा सबसे खराब थी, जब AQI 282 दर्ज किया गया था। हालांकि, आज इसमें 239 अंकों का सुधार देखा गया। दूसरी ओर, राजस्थान के उदयपुर में AQI 212 के साथ तीसरा स्थान रहा। देश में ‘खराब’ हवा वाले शहरों की संख्या में 57% की कमी आई है, जो राहत की बात है।
सबसे प्रदूषित शहरों की सूची
आज के आंकड़ों के अनुसार, भिवाड़ी (AQI 193) चौथे, नोएडा (192) पांचवें, मंडी गोबिंदगढ़ (191) छठे, बद्दी (189) सातवें, गाजियाबाद (176) आठवें, खन्ना (169) नौवें और बुलंदशहर (165) दसवें स्थान पर हैं।
आइजोल में सबसे साफ हवा
मिजोरम की राजधानी आइजोल में आज देश की सबसे साफ हवा दर्ज की गई, जहां AQI मात्र 15 रहा। गुरुग्राम की तुलना में आइजोल की हवा 15 गुना बेहतर है। देश के 37 शहरों, जैसे कोयंबटूर, कुड्डालोर, डिंडीगुल, पुदुचेरी, और मदुरै में हवा ‘बेहतर’ (AQI 0-50) रही। वहीं, 109 शहरों, जैसे मुंबई, पुणे, और हैदराबाद में हवा ‘संतोषजनक’ (AQI 51-100) रही।
प्रदूषण का स्तर और रुझान
आंकड़ों के अनुसार, देश के 17% शहरों में हवा साफ, 51% में संतोषजनक, और 32% में चिंताजनक स्थिति है। 65 शहरों, जैसे आगरा, भोपाल, और जयपुर में AQI ‘मध्यम’ (101-200) रहा। मध्यम श्रेणी वाले शहरों की संख्या में 9% की कमी आई है, जबकि साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 9% की बढ़ोतरी हुई।
दिल्ली, उदयपुर, गाजियाबाद, और भोपाल जैसे शहरों में ओजोन प्रदूषण हावी रहा, जबकि भिवाड़ी, मंडी गोबिंदगढ़, और लखनऊ में पीएम2.5 के कारण स्थिति चिंताजनक बनी। दिल्ली में पिछले चार महीनों (जनवरी-अप्रैल 2025) में एक भी दिन हवा साफ नहीं रही। नवंबर 2024 में आठ दिन और दिसंबर 2024 में छह दिन दिल्ली की हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में थी।
प्रमुख शहरों का AQI
- मुंबई: 53 (संतोषजनक)
- लखनऊ: 153 (मध्यम)
- चेन्नई: 64 (संतोषजनक)
- चंडीगढ़: 160 (मध्यम)
- हैदराबाद: 79 (संतोषजनक)
- जयपुर: 117 (मध्यम)
- पटना: 134 (मध्यम)
- ग्वालियर: 141 (मध्यम)
- ग्रेटर नोएडा: 155 (मध्यम)
वायु गुणवत्ता सूचकांक का मतलब
- 0-50: बेहतर (साफ हवा)
- 51-100: संतोषजनक
- 101-200: मध्यम
- 201-300: खराब
- 301-400: बहुत खराब
- 401-500: गंभीर
‘खराब’ और ‘गंभीर’ स्तर की हवा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है, खासकर बीमार लोगों के लिए। सीपीसीबी ने फरीदाबाद के AQI आंकड़े आज साझा नहीं किए। प्रदूषण में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है, और विशेषज्ञों ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाने की सलाह दी है।