नई दिल्ली, 22 मई 2025: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के 21 मई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, गुरुग्राम देश का सबसे प्रदूषित शहर बना हुआ है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 288 दर्ज किया गया। शहर की हवा में पीएम10 के महीन कणों का स्तर चिंताजनक बना हुआ है, और पिछले दिन की तुलना में प्रदूषण की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।
दिल्ली में भी प्रदूषण का स्तर बढ़ा
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली प्रदूषण के मामले में दूसरे स्थान पर है, जहां AQI 213 दर्ज किया गया। दिल्ली की हवा में पीएम10 और ओजोन का स्तर चिंताजनक रहा, और पिछले दिन की तुलना में AQI में 9 अंकों की वृद्धि हुई है।
पिछले चार महीनों (जनवरी से अप्रैल 2025) में दिल्ली की हवा एक भी दिन साफ नहीं रही। नवंबर 2024 में 8 दिन और दिसंबर 2024 में 6 दिन दिल्ली में AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया था, जिसके कारण सांस लेने में भी लोगों को परेशानी हुई।
आइजोल की हवा सबसे साफ
इसके विपरीत, मिजोरम की राजधानी आइजोल में देश की सबसे साफ हवा दर्ज की गई, जहां AQI मात्र 13 रहा। गुरुग्राम की तुलना में आइजोल की हवा 21 गुना बेहतर है। आइजोल के अलावा, देश के 64 अन्य शहरों जैसे कटक, दावनगेरे, डिंडीगुल, गोरखपुर, गुवाहाटी, कोलकाता, मैसूर, और पिंपरी-चिंचवाड में भी हवा साफ रही, जहां AQI 50 से नीचे रहा। पिछले दिन की तुलना में साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 5% की वृद्धि हुई है।
अमृतसर तीसरा सबसे प्रदूषित शहर
गुरु की नगरी अमृतसर देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां AQI 204 दर्ज किया गया। यहां भी पीएम10 के कारण स्थिति चिंताजनक है। देश के अन्य प्रदूषित शहरों में सिवान (AQI 197), मुजफ्फरनगर (AQI 191), बद्दी (AQI 179), कडपा (AQI 171), दौसा (AQI 170), खन्ना (AQI 169), और मंडी गोबिंदगढ़ (AQI 163) शामिल हैं।
खन्ना, धौलपुर, और हाजीपुर में ओजोन का स्तर हावी रहा, जबकि श्रीगंगानगर, बागपत, और भिवाड़ी में पीएम10, और पटियाला, लुधियाना, और बठिंडा में पीएम2.5 के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है।
संतोषजनक और मध्यम हवा वाले शहर
देश के 101 शहरों, जैसे अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, पटना, और वाराणसी में हवा संतोषजनक रही, जहां AQI 51-100 के बीच दर्ज किया गया। हालांकि, पिछले दिन की तुलना में इन शहरों की संख्या में 2% की कमी आई है। इसके अलावा, बुलंदशहर, जयपुर, लखनऊ, और गाजियाबाद सहित 52 शहरों में हवा मध्यम श्रेणी (AQI 101-200) में रही, और इस श्रेणी में 18% की वृद्धि देखी गई।
प्रदूषण का समग्र विश्लेषण
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, देश के 221 शहरों में से 29% से अधिक शहरों में हवा साफ रही, 46% में संतोषजनक, और 25% शहरों में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक रहा। 65 शहरों में AQI 0-50 (बेहतर), 101 शहरों में 51-100 (संतोषजनक), और 52 शहरों में 101-200 (मध्यम) दर्ज किया गया।
वायु गुणवत्ता सूचकांक क्या दर्शाता है?
AQI के अनुसार, 0-50 के बीच हवा साफ, 51-100 के बीच संतोषजनक, 101-200 के बीच मध्यम, 201-300 के बीच खराब, 301-400 के बीच बहुत खराब, और 401-500 के बीच गंभीर मानी जाती है। गंभीर स्थिति में हवा स्वस्थ लोगों को भी नुकसान पहुंचा सकती है और बीमार लोगों के लिए जानलेवा हो सकती है।
प्रमुख शहरों का AQI
- गुरुग्राम: 288 (खराब)
- दिल्ली: 213 (खराब)
- अमृतसर: 204 (खराब)
- मुंबई: 65 (संतोषजनक)
- लखनऊ: 105 (मध्यम)
- चेन्नई: 47 (बेहतर)
- हैदराबाद: 70 (संतोषजनक)
- जयपुर: 126 (मध्यम)
- पटना: 91 (संतोषजनक)