34
हरियाणा का चमकता शहर गुरुग्राम इन दिनों ओजोन प्रदूषण की चपेट में है। यहां लगातार दूसरे दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 के पार पहुंच गया है, जो हवा की बहुत खराब स्थिति को दर्शाता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के 14 अप्रैल 2025 के आंकड़ों के अनुसार, गुरुग्राम में AQI 314 दर्ज किया गया।
हालांकि, पिछले दिन (13 अप्रैल) की तुलना में प्रदूषण में थोड़ी कमी आई है, जब AQI 317 था, लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। आइए, जानते हैं देश में प्रदूषण की स्थिति और इसके खतरों के बारे में।
गुरुग्राम में ओजोन प्रदूषण की स्थिति
- ताजा आंकड़े: 14 अप्रैल 2025 को गुरुग्राम का AQI 314 था। 13 अप्रैल को यह 317 और 11 अप्रैल को 305 दर्ज किया गया था। 12 अप्रैल के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं।
- ओजोन का खतरा: गुरुग्राम की हवा में ओजोन गैस का स्तर बहुत ज्यादा है। यह एक जहरीली गैस है, जो सांस की बीमारियों, अस्थमा, और फेफड़ों की गंभीर समस्याओं को बढ़ा सकती है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए यह खतरनाक है।
- स्वास्थ्य पर असर: ओजोन प्रदूषण से सांस लेने में तकलीफ, गले में जलन, खांसी और फेफड़ों में सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) का खतरा बढ़ जाता है।
दिल्ली और अन्य शहरों की स्थिति
- दिल्ली: राजधानी में 14 अप्रैल को AQI 194 था, जो पिछले दिन से 16 अंक ज्यादा है। यह मध्यम श्रेणी में है, लेकिन दिल्ली देश के सबसे प्रदूषित शहरों में तीसरे स्थान पर है। पिछले तीन महीनों (जनवरी-मार्च 2025) में दिल्ली की हवा एक भी दिन साफ नहीं रही। नवंबर 2024 में 8 दिन और दिसंबर 2024 में 6 दिन AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में था।
- राजगीर (बिहार): AQI 264 के साथ दूसरा सबसे प्रदूषित शहर। यहां हवा में PM10 (धूल के कण) की मात्रा ज्यादा है।
- दौसा (राजस्थान): AQI 193 के साथ चौथे स्थान पर। यह भी मध्यम श्रेणी में है।
- अन्य प्रदूषित शहर: मंडीदीप (185), सवाई माधोपुर (185), नागौर (182), करौली (180), भिवाड़ी (179), और बद्दी (172) देश के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में शामिल हैं।
कहां है साफ हवा?
- रूपनगर (पंजाब): देश में सबसे साफ हवा यहीं है, जहां AQI मात्र 14 दर्ज किया गया। गुरुग्राम की तुलना करें तो वहां हवा 21 गुना ज्यादा खराब है।
- अन्य साफ शहर: कुड्डालोर, दमोह, हुबली, कलबुर्गी, कटिहार, कोप्पल, मैहर, मुंगेर, नगांव, नागपट्टिनम, नयागढ़, पुदुचेरी, रामनाथपुरम जैसे 28 शहरों में AQI 50 से नीचे रहा, यानी हवा ‘बेहतर’ है। हालांकि, साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 7% की कमी आई है।
- संतोषजनक हवा वाले शहर: फिरोजाबाद, गांधीनगर, गया, गुवाहाटी, इंदौर, जबलपुर, जालंधर, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, मैसूर जैसे 121 शहरों में AQI 51-100 के बीच रहा। इनकी संख्या में 3% की बढ़ोतरी हुई है।
- मध्यम श्रेणी के शहर: अजमेर, भोपाल, चंडीगढ़, देहरादून, गाजियाबाद, ग्वालियर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, लुधियाना जैसे 69 शहरों में AQI 101-200 रहा। इनकी संख्या में 13% का इजाफा हुआ है।
ओजोन प्रदूषण पर विशेषज्ञों की चेतावनी
- सीएसई की रिपोर्ट: दिल्ली के थिंक टैंक सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (CSE) ने हाल ही में बताया कि गर्मियों में भारत के 10 बड़े शहरों में ओजोन प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली इसकी सबसे ज्यादा मार झेल रही है।
- क्यों बढ़ रहा ओजोन?: ओजोन प्रदूषण वाहनों के धुएं, औद्योगिक उत्सर्जन, और सूरज की गर्मी के कारण बढ़ता है। गर्मी और धूप में रासायनिक प्रतिक्रियाएं इसे और खतरनाक बनाती हैं।