देश में आज लगातार तीसरे दिन गुरुग्राम की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित रही, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 255 रिकॉर्ड किया गया। हालांकि, कल के 305 AQI की तुलना में आज इसमें 50 अंकों की गिरावट आई है। फिर भी, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों के अनुसार, गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर 325% अधिक है, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है। शहर की हवा में ओजोन के महीन कण प्रमुख प्रदूषक बने हुए हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के 17 अगस्त 2025 के आंकड़ों के अनुसार, देश के 54% शहरों में हवा साफ है, 40% में संतोषजनक, जबकि 6% शहरों में स्थिति चिंताजनक है। प्रदूषण के मामले में समस्तीपुर (AQI 232) दूसरे स्थान पर है, जहां WHO मानकों से प्रदूषण 1400% अधिक है।
धौलपुर (AQI 171) तीसरे, गुम्मिडिपूंडी (AQI 147) चौथे, औरंगाबाद (बिहार, AQI 139) पांचवें, जलना (AQI 137) छठे, सहरसा (AQI 127) सातवें, ग्रेटर नोएडा (AQI 125), छपरा (AQI 114), और बीकानेर (AQI 108) शीर्ष दस सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं।
प्रदूषण के प्रकार की बात करें तो समस्तीपुर, गुम्मिडिपूंडी, और जलना में PM2.5 कण हावी हैं, जबकि धौलपुर, औरंगाबाद (बिहार), सहरसा, ग्रेटर नोएडा, और बीकानेर में PM10 प्रमुख प्रदूषक है। गुरुग्राम, बक्सर, और नोएडा में ओजोन प्रदूषण की मुख्य वजह है।
इसके विपरीत, शिलांग में आज हवा सबसे साफ रही, जहां AQI मात्र 10 रिकॉर्ड किया गया, जो गुरुग्राम से 25 गुना बेहतर है। शिलांग के अलावा, देश के 122 अन्य शहरों जैसे मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, भोपाल, नागपुर, मैसूर, पुदुचेरी, और ऋषिकेश में भी हवा साफ रही। हालांकि, साफ हवा वाले शहरों की संख्या में कल की तुलना में 4% की कमी आई है।
दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में सुधार देखा गया, जहां AQI 27 अंकों की कमी के साथ 91 पर पहुंच गया, जो संतोषजनक श्रेणी में है। CPCB के आंकड़ों के अनुसार, देश के 90 शहरों जैसे हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, लखनऊ, और लुधियाना में भी वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही।
इन शहरों की संख्या में 8% की वृद्धि हुई है। हालांकि, 12 शहरों जैसे औरंगाबाद (बिहार), बीकानेर, और नोएडा में वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही, और इस श्रेणी के शहरों की संख्या में 9% की वृद्धि चिंता का विषय है।
