environmentalstory

Home » ग्रेटर नोएडा की हवा देश में सबसे प्रदूषित, AQI 211; मदिकेरी में सबसे साफ हवा

ग्रेटर नोएडा की हवा देश में सबसे प्रदूषित, AQI 211; मदिकेरी में सबसे साफ हवा

by kishanchaubey
0 comment

नई दिल्ली, 14 जून 2025: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के 13 जून 2025 के आंकड़ों के अनुसार, ग्रेटर नोएडा की हवा देश में सबसे प्रदूषित रही, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 211 दर्ज किया गया। यहां हवा में प्रदूषण के महीन कण PM10 का स्तर प्रमुख रहा। वहीं, देश के 30% शहरों में हवा साफ रही, जबकि 44% से अधिक शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक थी। हालांकि, 26% शहरों में हवा की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

खन्ना में सुधार, लेकिन स्थिति चिंताजनक: कल खन्ना में AQI 255 के साथ सबसे खराब स्थिति थी, लेकिन आज वहां 102 अंकों का सुधार दर्ज हुआ। इसके बावजूद, ग्रेटर नोएडा, चित्तौड़गढ़ (AQI 206) और जलगांव (AQI 204) देश के तीन सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। गुरुग्राम (AQI 200) चौथे और गाजियाबाद (AQI 189) पांचवें स्थान पर हैं। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 8 अंकों की गिरावट के साथ AQI 187 पर पहुंचा, जो मध्यम श्रेणी में है।

दस सबसे प्रदूषित शहर: आंकड़ों के मुताबिक, देश के दस सबसे प्रदूषित शहरों में झुंझुनूं (सातवें), बुलंदशहर (AQI 178), नोएडा (AQI 178), और बद्दी (AQI 174) शामिल हैं। चित्तौड़गढ़, भरतपुर, झालावाड़, और हाजीपुर में ओजोन का स्तर अधिक है, जबकि जलगांव, कोटा, खन्ना, चंडीगढ़, और भिवाड़ी में PM2.5 की मात्रा चिंताजनक है। ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, दिल्ली, और अन्य शहरों में भी PM2.5 के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है।

साफ हवा वाले शहर: दूसरी ओर, मदिकेरी की हवा सबसे साफ रही, जहां AQI मात्र 12 दर्ज किया गया। ग्रेटर नोएडा की तुलना में मदिकेरी की हवा 17 गुना बेहतर है। देश के 67 शहरों, जैसे अहमदनगर, पुडुकोट्टई, रायपुर, शिलांग, सूरत, और तिरुवनंतपुरम में AQI 50 से नीचे रहा, जो ‘बेहतर’ श्रेणी में आता है। पिछले दिन की तुलना में साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 16% की वृद्धि हुई है।

banner

संतोषजनक और मध्यम हवा: बेंगलुरु सहित 100 शहरों में AQI 51-100 के बीच रहा, जो संतोषजनक है। हालांकि, यह संख्या कल की तुलना में 7% कम है। अमृतसर सहित 55 शहरों में AQI 101-200 के बीच रहा, जो मध्यम श्रेणी को दर्शाता है। इनमें दिल्ली, जयपुर, लखनऊ, और ग्वालियर शामिल हैं। मध्यम श्रेणी वाले शहरों की संख्या में 2% की कमी आई है।

प्रमुख शहरों की स्थिति: मुंबई (AQI 51), चेन्नई (AQI 57), हैदराबाद (AQI 81), पटना (AQI 96), जयपुर (AQI 131), चंडीगढ़ (AQI 136), और लखनऊ (AQI 124) में हवा की गुणवत्ता संतोषजनक से मध्यम रही। दिल्ली में पिछले चार महीनों (जनवरी- अप्रैल 2025) में एक भी दिन साफ हवा नहीं रही। नवंबर 2024 में 8 दिन और दिसंबर 2024 में 6 दिन दिल्ली की हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में थी।

वायु गुणवत्ता सूचकांक का मतलब: AQI 0-50 ‘बेहतर’, 51-100 ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बेहद खराब’, और 401-500 ‘गंभीर’ श्रेणी को दर्शाता है। ‘गंभीर’ स्थिति में हवा स्वस्थ लोगों के लिए भी हानिकारक हो सकती है और बीमार लोगों के लिए जानलेवा हो सकती है।

You may also like