Thiruvananthapuram: केरल में मानव और वन्यजीवों के बीच बढ़ते संघर्ष को रोकने के लिए वन विभाग ने 10 महत्वपूर्ण मिशन शुरू किए हैं। ये कदम जंगलों के पास रहने वाले लोगों की सुरक्षा बढ़ाने और जंगली जानवरों को इंसानी बस्तियों से दूर रखने के लिए उठाए गए हैं।
यह फैसला वन विभाग के अपर मुख्य सचिव और प्रमुख अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। इस पहल के तहत, एस्टेट मालिकों को नोटिस जारी किए जाएंगे, जिनकी जमीनें झाड़ियों और घनी घास से ढकी हुई हैं। उन्हें तुरंत इस अंडरग्रोथ को साफ करने का निर्देश दिया जाएगा।
सड़क किनारे की झाड़ियों को भी हटाया जाएगा, ताकि जंगलों से गुजरने वाले रास्तों पर दृश्यता (विजिबिलिटी) बेहतर हो सके और दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
महत्वपूर्ण कदम और योजनाएं
जंगल के किनारे बसे लोगों के लिए जागरूकता अभियान
गर्मियों के दौरान जंगलों के पास रहने वाले और जंगलों से गुजरने वाले लोगों के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
वास्तविक समय निगरानी प्रणाली (Real-Time Monitoring System)
इंसानी बस्तियों के पास जंगली जानवरों की गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए एक रियल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया जाएगा।
29 रैपिड रिस्पांस टीम्स (RRTs) को आधुनिक उपकरण दिए जाएंगे
केरल की सभी 29 रैपिड रिस्पांस टीमों को आधुनिक तकनीक और उपकरण दिए जाएंगे, जिससे वे वन्यजीवों से जुड़े खतरों का सामना कर सकें।
रात में जंगल से गुजरने वालों के लिए अलर्ट नोटिफिकेशन
जंगल के रास्तों पर यात्रा करने वालों को रात में सतर्क रहने के लिए विशेष अलर्ट भेजे जाएंगे।