Fog and winter havoc in North India : पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान के कई हिस्सों में शीतलहर का असर बना हुआ है। खासकर 30 दिसंबर से 2 जनवरी 2025 तक इन क्षेत्रों में सर्दी का सितम जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट के चलते उत्तर भारत के कई हिस्से भीषण ठंड की चपेट में हैं।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
मौसम विभाग ने बताया है कि एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ 6 जनवरी 2025 से उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम में बदलाव ला सकता है। इसके चलते जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी देखने को मिल सकती है।
हल्द्वानी में 32 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी में 28 दिसंबर को हुई भारी बारिश ने दिसंबर महीने का 32 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। पिछले 24 घंटों में हल्द्वानी में 83 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 25 दिसंबर 1991 को 75.3 मिमी बारिश हुई थी।
तापमान में गिरावट और उतार-चढ़ाव
देश के विभिन्न हिस्सों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है:
- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख: न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री से नीचे।
- उत्तर-पश्चिम भारत: न्यूनतम तापमान 6-12 डिग्री सेल्सियस।
- मध्य और पूर्वी भारत: न्यूनतम तापमान 12-18 डिग्री सेल्सियस।
पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली के कई हिस्सों में तापमान में 1-3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। वहीं पूर्वी भारत में तापमान में 1-2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई।
कोहरे का कहर
कोहरे के कारण पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में दृश्यता बेहद कम हो गई।
- पंजाब: पठानकोट, अमृतसर और आदमपुर में दृश्यता शून्य।
- राजस्थान: जयपुर, अजमेर और बीकानेर में दृश्यता 200 मीटर।
- उत्तर प्रदेश: आगरा और कानपुर में दृश्यता 200 मीटर।
बारिश और बर्फबारी की स्थिति
29 दिसंबर को अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और तमिलनाडु के कुछ इलाकों में बारिश दर्ज की गई। अंडमान के हुट बे में 2 सेमी बारिश हुई।
अगले पांच दिनों का पूर्वानुमान
- उत्तर भारत: न्यूनतम तापमान 3-6 डिग्री तक गिर सकता है।
- महाराष्ट्र: अगले 5 दिनों में तापमान 2-4 डिग्री तक गिरने की संभावना।
- पूर्वी भारत: अगले 3 दिनों में तापमान 3-4 डिग्री कम होगा।