भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज सुबह अपने ताजा अपडेट में बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा वर्तमान में बठिंडा, फतेहाबाद, पिलानी, अजमेर, डीसा और भुज से होकर गुजर रही है।
अगले तीन से चार दिनों में गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों से मानसून के पूरी तरह विदा होने की संभावना है। इससे उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश का प्रभाव कम होगा और शुष्क मौसम की शुरुआत हो सकती है।
भारी बारिश और तूफान की चेतावनी
मौसम विभाग ने 20 सितंबर को अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, बिहार, आंतरिक कर्नाटक, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पश्चिम मध्य प्रदेश में भारी बारिश (64.5-115.5 मिमी) की चेतावनी दी है।
इन क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही, अंडमान-निकोबार में 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफानी हवाएं और बिजली गिरने की आशंका है।
तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी 30-40 किमी/घंटा की गति से तेज हवाएं चल सकती हैं। बिहार, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर राज्यों में भी गरज-चमक के साथ बौछारें और बिजली गिरने की संभावना है।
तापमान और कल की बारिश का लेखा-जोखा
19 सितंबर, 2025 को राजस्थान के चुरू में अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री सेल्सियस और असम के हाफलोंग में न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, कोंकण, गोवा, अंडमान-निकोबार, बिहार, तटीय कर्नाटक, पश्चिम उत्तर प्रदेश, असम, मेघालय, गुजरात, विदर्भ, सौराष्ट्र, कच्छ, झारखंड, पूर्वी राजस्थान, तटीय आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और मध्य महाराष्ट्र में बारिश या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गईं।
