Vehicles Rules 2025 : 6 जनवरी 2025 को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने “Environment Protection (End-of-Life Vehicles) Rules, 2025” जारी किए।
ये नियम पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण को कम करने के लिए एक बड़ा कदम माने जा रहे हैं। लेकिन आम लोगों में एक बड़ा सवाल है: क्या ये नियम सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) पर लागू होंगे या सभी वाहनों पर? आइए इसे सरल भाषा में समझते हैं।
किस पर लागू होंगे ये नियम?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि ये नियम सभी प्रकार के वाहनों पर लागू होंगे।
चाहे आपका वाहन पेट्रोल, डीजल, सीएनजी, हाइब्रिड या इलेक्ट्रिक हो, इन नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
नए नियम कब लागू होंगे?
ये नियम 1 अप्रैल 2025 से पूरे भारत में लागू होंगे।
मुख्य उद्देश्य:
- पुराने और बेकार वाहनों का सही तरीके से निपटान करना।
- वाहनों के स्क्रैप से रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देना।
- प्रदूषण को कम करना और प्राकृतिक संसाधनों की बचत करना।
पुराने वाहनों की स्क्रैपिंग के नियम
कौन-से वाहन कब स्क्रैप किए जाएंगे?
- पेट्रोल और डीजल वाहन:
- प्राइवेट कारें: 15 साल के बाद।
- कमर्शियल वाहन (ट्रक, टैक्सी): 10 साल के बाद।
- इलेक्ट्रिक वाहन (EV):
- इनकी बैटरी की आयु औसतन 8-10 साल होती है। बैटरी बदलने के बाद वाहन का उपयोग जारी रखा जा सकता है।
- यदि वाहन पूरी तरह काम नहीं कर रहा, तो इसे स्क्रैप किया जाएगा।
- टू-व्हीलर (स्कूटर और बाइक):
- औसत जीवनकाल: 12-15 साल।
- स्थिति के आधार पर इन्हें स्क्रैपिंग के लिए भेजा जाएगा।
आम आदमी पर इसका असर
- वाहन मालिकों के लिए:
- स्क्रैपिंग के बदले सरकार या मान्यता प्राप्त स्क्रैपिंग सेंटर से स्क्रैपिंग प्रमाण पत्र मिलेगा।
- इस प्रमाण पत्र पर नए वाहन की खरीद पर छूट मिलेगी।
- वाहन निर्माता कंपनियों के लिए:
- उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके वाहन रीसाइक्लिंग के अनुकूल हों।
पर्यावरण को क्या फायदा होगा?
- प्राकृतिक संसाधनों की बचत:
- पुराने वाहनों की स्क्रैपिंग से कच्चे माल की मांग कम होगी।
- प्रदूषण में कमी:
- सड़क से पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहन हटने से वायु प्रदूषण कम होगा।
आपके लिए जरूरी बातें
- वाहन की रजिस्ट्रेशन जांचें:
- यदि वाहन 15 साल या उससे अधिक पुराना है, तो स्क्रैपिंग के लिए तैयारी करें।
- मान्यता प्राप्त स्क्रैपिंग सेंटर चुनें:
- केवल सरकारी मान्यता प्राप्त सेंटर से ही स्क्रैपिंग कराएं।
- नया वाहन खरीदें:
- स्क्रैपिंग प्रमाण पत्र का उपयोग कर नए वाहन पर छूट पाएं।
नियमों के फायदे:
- सड़कों पर सुरक्षित और आधुनिक वाहन बढ़ेंगे।
- वाहन निर्माताओं पर नई तकनीक और रीसाइक्लिंग के लिए दबाव बढ़ेगा।
- देश में ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा मिलेगा।
नियम क्यों जरूरी हैं?
पुराने वाहनों से निकलने वाला धुआं वायु गुणवत्ता को खराब करता है। इसके अलावा, पुराने वाहनों के सही निपटान की कमी से पर्यावरण में सीवेज और कचरे की समस्या बढ़ती है।